प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज आगरा में परिवर्तन रैली में नोटबंदी का एक बार फिर से जिक्र करते हुए कहा कि इससे गरीबों को तो कोई फर्क नहीं पड़ा पर अमीरों की नींद उड़ी हुई है. उन्होंने कहा कि 500 और 1000 के नोट बंद करने के बाद आपको असुविधा हुई है लेकिन कुछ लोगों की सारी जिंदगी तबाह हो जाए ऐसा दंड मिला है.
पीएम ने कहा कि मैं देश के ईमानदार लोगों का, गरीब लोगों का, गांव के लोगों का सिर झुकाकर नमन करता हूं. देश के कालाबाजारियों से, भ्रष्टाचारियों से, कालेधन से मुक्त करने के लिए जो बीड़ा मैंने उठाया है, उसमें सबसे ज्यादा साथ मुझे गरीबों का ही मिला है. उन्होंने आगे कहा कि मैंने 50 दिन कहा था. ये काम समय लेने वाला काम है. मैंने कहा था असुविधा होगी, तकलीफ होगी. मैं हैरान हूं कि मेरे देशवासी कालेधन से मुक्त करने के लिये मेरे गरीब, मध्मय वर्ग, आदिवासी, माताएं बहनें कष्ट उठा रही हैं. मैं विश्वास दिलाता हूं कि आपका तप बेकार नहीं जाएगा. देश सोने की तरह तप कर बाहर निकलेगा.
मोदी ने आगे कहा कि कई लोग हैं जो अपने बकाये बिल चुकता कर रहे हैं. ये कौन लोग हैं ? ये वही लोग है, जो बाबुओ और नेताओं के बीच रहते हैं. 5 लाख करोड़ से ज्यादा रकम बैंक में आकर जमा कराये गये हैं. इतने सारे पैसों का बैंक क्या करेगा. उन्हें आम लोगों को व्यापार के लिए लोन देना होगा. ब्याज कम करना होगा.
इसके साथ ही उन्होंने देश की जनता से अपील करते हुए कहा कि यह फैसला नौजवानों के भाग्य बदलने के लिए किया. जो लोग आपके जनधन अकाऊंट में 2.50 लाख रूपये डालने आ रहे हैं ऐसे लोगों के चक्कर में मत फंसना. ये लोग इनकार कर देंगे कि मैंने दिया ही नहीं. किसी का भी रूपये से दूर रहो. ये योजना गरीबों को बचाने के लिए है.