2892 करोड़ का लोन न चुका पाने पर अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप (ADAG) के मुंबई स्थित मुख्यालय रिलायंस सेंटर को यस बैंक ने अपने नियंत्रण में ले लिया है। यस बैंक ने कहा कि उसने रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर को 2892 करोड़ का लोन दिया था। यह प्रक्रिया उसकी रिकवरी के सिलसिले में अपनाई गई है।
बैंक ने बताया है कि उसने मुंबई के सांताक्रूज इलाके में स्थित 21,000 स्क्वेयर फीट के मुख्यालय को कब्जा लिया है। इसके अलावा दक्षिण मुंबई में स्थित नागिन महल के भी दो फ्लोर बैंक ने अपने नियंत्रण में ले लिए हैं। बैंक ने SARFESI ऐक्ट के तहत 22 जुलाई को यह कार्रवाई की है।
अनिल अंबानी के ग्रुप पर यस बैंक का कुल 12,000 करोड़ रुपये बकाया है। बैंक ने कहा कि उसने इस कार्रवाई से पहले रिलायंस ग्रुप को 60 दिनों का नोटिस जारी किया था, जिसकी मियाद 5 मई को समाप्त हुई। कंपनी रीपेमेंट करने में फेल रही जिसके बाद बैंक ने यह कार्रवाई की है।
इसी साल मार्च में प्रवर्तन निदेशालय से पूछताछ में अनिल अंबानी ने कहा था कि यस बैंक से उन्होंने जो कर्ज लिया है, वह पूरी तरह से सेफ है। उन्होंने कहा था कि यस बैंक का वह पूरा कर्च चुकाएंगे, भले ही उन्हें इसके लिए अपनी संपत्तियां बेचनी पड़ें।
यस बैंक की ओर से कर्ज बांटने अनियमितता के मामले में पूछताछ के दौरान अनिल अंबानी ने कहा था कि उनका बैंक के पूर्व डायरेक्टर राणा कपूर, उनकी पत्नी, बेटी या फिर उनके नियंत्रण वाली किसी कंपनी से कभी कोई ताल्लुक नहीं रहा है।