दिल्ली सरकार की रिपोर्ट में सामने आया है कि कन्हैया कुमार के भाषण की वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है। वीडियो के ऑडियो में अलग से शब्द डाले गए हैं।
जेएनयू विवाद पर आप सरकार द्वारा मांगी गई रिपोर्ट बुधवार को दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को सौंप दी गई है। सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट में यह संकेत दिया गया है कि देशद्रोह के आरोपी जेएनयू छात्र नेता कन्हैया कुमार ने ‘राष्ट्रविरोधी’ नहीं लगाए। देशद्रोह का ही आरोप झेल रहे अन्य जेएनयू छात्र उमर खालिद दो वीडियो में दिखाई दे रहा है, ऐसे में उसका भी ऐसी किसी ‘राष्ट्रविरोधी’ गतिविधि में शामिल होने को साबित करना मुश्किल है। सूत्रों का कहना है कि इंटरनेट पर वायरल की गई कथित छेड़छाड़ वाली दो वीडियो और हिंदी न्यूज चैनल इंडिया न्यूज द्वारा प्रसारित की गई एक वीडियो की सरकार जांच कर रही है।
सरकार ने हैदराबाद स्थित लैब को सात वीडियो की फोरेंसिक जांच के लिए भेजा है। इनमें तीन वीडियो ऐसे हैं जिनके साथ छेड़छाड़ की गई और उनकी ऑडियो में अलग से शब्द डाले गए हैं। इनमें से एक वीडियो में दिखाया गया है कि कुमार ‘बंदूक के दम पर…आजादी’ नारा लगा रहा है। जांच के बाद पता चला कि इस क्लिप की ऑडियो में बंदूक शब्द अलग से डाला गया था।
सिसोदिया को सौंपी गई 27 पेज की रिपोर्ट में वीडियो की ट्रांसस्क्रिप्ट, गवाहों के बयान और जेएनयू परिसर के एंट्री रिकोर्ड्स शामिल हैं। एंट्री रिकोर्ड्स के मुताबिक 9 फरवरी को शाम 5.20 बजे जीन्यूज का एक पत्रकार एबीवीपी के ज्वाइंट सेक्रेट्री सौरभ शर्मा से मिलने गया था। सूत्रों के मुताबिक लेफ्ट संगठनों और एबीवीपी में हर साल विवाद होते हैं, लेकिन इस बार टीवी चैनलों की कैम्पस में मौजूदगी इसको कुछ अलग बनाती है। रिपोर्ट में दिल्ली पुलिस की भी तारीफ की गई है कि उसने 9 फरवरी को मामले को अच्छे से संभाला और किसी को चोट नहीं पहुंची।
गौरतलब है कि दिल्ली सरकार ने 13 फरवरी को इस मामले में नई दिल्ली के मजिस्ट्रेट को जांच करने और अपनी रिपोर्ट 15 दिनों में सौंपने के आदेश दिए थे। (Jansatta)