सीएए-एनआरसी के खिलाफ ऑल इंडिया मजलिस-ए- इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की रैली में गुरुवार को उस वक्त जमकर हंगामा हो गया जब एक लड़की ने जबरन मंच से पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाना शुरू कर दिया।
पाकिस्तान समर्थित नारा लगाने वाली लड़की अमूल्या लियोना के खिलाफ राजद्रोह का केस दर्ज किया गया है। कोर्ट ने अमूल्या लियोना को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। अमूल्या लियोना को परप्पाना अग्रहारा की सेंट्रल जेल में रखा जाएगा। इसके साथ ही बेंगलुरू पुलिस ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ फ्रीडम पार्क में आयोजित रैली के आयोजकों को भी नोटिस भेजा है। उन्हें पूछताछ के लिए आज सुबह बुलाया गया।
Karnataka: Amulya (who raised 'Pakistan zindabad' slogan at an anti-CAA rally in Bengaluru, yesterday) & was charged with sedition, has been denied bail by judicial magistrate. She will be kept in judicial custody till 23rd February. https://t.co/SLjwmVQsBG
— ANI (@ANI) February 20, 2020
जानकारी के अनुसार,संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के विरोध में बेंगलुरु में जनसभा का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम को संबोधित करने के लिए ओवैसी को बुलाया गया था। इस दौरान, अमूल्या ने ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए. इस दौरान, मंच पर मौजूद ओवैसी ने उसे रोकने की कोशिश की।
#WATCH "What Amulya said is wrong. She was joined by some Muslims&wasn't listening to me,"father of Amulya (who raised 'Pakistan zindabad'slogan at anti-CAA rally in Bengaluru today). He was confronted by unidentified men who were standing around him while he made the statement. pic.twitter.com/S0OQ2SpUXT
— ANI (@ANI) February 20, 2020
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, अमूल्या के पिता ने कहा, “अमुल्या ने जो भी कहा है वो गलत है। वह कुछ मुस्लिमों से जुड़ी हुई थी और मेरी बात नहीं सुनती है।” घटना के बाद ओवैसी ने कहा- मैं इस घटना की निंदा करता हूं। वो महिला हमारे साथ जुड़ी हुई नहीं है। हमारे लिए भारत जिंदाबाद था, जिंदाबाद रहेगा।
ओवैसी ने कहा कि आयोजकों को इस महिला को नहीं बुलाना चाहिए था। यदि मुझे यह बात पता होती, तो मैं इस रैली में शामिल होने नहीं आता। हम लोग भारत के लिए हैं और किसी भी तरह दुश्मन देश पाकिस्तान का समर्थन नहीं करते। हमारी पूरी मुहिम भारत को बचाने के लिए है। मंच पर ही मौजूद जनता दल (एस) के कॉर्पोरेटर इमरान पाशा ने कहा कि महिला को किसी विरोधी समूह ने भेजा होगा। उसका नाम बोलने वालों की लिस्ट में शामिल नहीं था। पुलिस को गंभीरता से मामले की जांच करनी चाहिए।