खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने आज दालों की बढ़ती कीमतों को लेकर कहा कि सरकार दालों के लिए लॉन्ग टर्म पॉलिसी बना रही है. उन्होंने कहा कि सरकार ने इस साल के लिए दाल के बफर स्टाक का आकार बढाकर 20 लाख टन किया है, कीमतें अगले दो-तीन महीनों में कम हो जायेंगी.
विदेशों से दाल आयात के लिए पासवान ने जानकारी देते हुए कहा कि मोजांबिक से दाल इंपोर्ट के लिए समझौता हो गया है. पहले साल मोजांबिक से 1 लाख टन दाल इंपोर्ट होगी। दूसरे साल 1.25-1.50 लाख टन और तीसरे साल 2 लाख टन दाल इंपोर्ट की जाएगी. इसके अलावा म्यांमार से भी दाल खरीद को लेकर बातचीत चल रही है.
पासवान ने ये जानकारी भी दी कि देश में 170 लाख टन उत्पादन के मुकाबले मांग बीते साल 236 लाख टन रही और इस साल ये बढ़कर 246 लाख टन तक पहुंचने का अनुमान है. ऐसे में आय़त में तेजी लाने के साथ-साथ ये भी सुनिश्चित करना तय हुआ है कि निजी एजेंसियों की ओर से आयात किए गए दाल बंदरगाहों पर 45 दिन से ज्यादा नहीं रहे.
आपको बता दें कि सरकार द्वारा दलहनों की बढती कीमतों को रोकने के लिए उठाये गये कदमों के बावजूद बाजार में स्टॉक की कमी होने के साथ बाजार में सटोरिया लिवाली बढने से चना, काबुली चना और मसूर दाल की कीमतों में तेजी आ रही है.