अयोध्या विवाद: सप्रीम कोर्ट का फ़ैसला हिंदुओ के पक्ष में नही आया तो भी 2019 में शुरू करेंगे राम मंदिर निर्माण- भाजपा विधायक

भीलवाड़ा । क़रीब 70 साल पुराने अयोध्या विवाद को लेकर सप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। लोगों को उम्मीद है की बहुत जल्द कोर्ट इस पर अपना फ़ैसला देगी। हालाँकि कोर्ट का फ़ैसला जब आएगा तब आएगा लेकिन भाजपा की तरफ़ से राम मंदिर निर्माण को लेकर अभी से बयान बाज़ी शुरू हो चुकी है। भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी पहले ही कह चुके है की अगर आपसी सहमती नही होती तो 2018 में क़ानून लाकर राम मंदिर का निर्माण शुरू किया जाएगा।

चूँकि यह मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है इसलिए इस तरह की टिप्पणी कोर्ट की अवेहलना के दायरे में आती है। लेकिन भाजपा नेताओ को शायद इस बात का कोई डर नही है। इसलिए भाजपा के एक विधायक ने यहाँ तक बोल दिया की अगर सप्रीम कोर्ट का फ़ैसला हिंदुओ के पक्ष में नही आता तो भी वह 2019 में राम मंदिर का निर्माण शुरू कर देंगे। यही नही उन्होंने काशी और मथुरा में भी मंदिर निर्माण की बात कही।

अपने विवादित बयानो की वजह से हमेशा चर्चा में रहने वाले भाजपा विधायक टी राजा, भीलवाड़ा के आजाद चौक में विश्व हिंदू परिषद धर्म प्रसार विभाग द्वारा आयोजित शौर्य दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने उपरोक्त विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा,’ हम 100 करोड़ हिंदुओं की ताकत के बल पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के विरुद्ध भी राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू करेंगे।

उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को एतिहासिक पीएम बताते हुए कहा की उनका निर्माण राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने किया है और RSS ऐसे लोगों की फैक्ट्री है, जो देशभक्त लोगों का निर्माण करती है. इस दौरान उन्होंने धर्म विशेष के लोगों पर आपत्तिजनक टिप्पणी भी की। उन्होंने कहा कि 2019 के बाद मथुरा और काशी में भी मंदिरो का निर्माण शुरू होगा। मालूम हो कि टी राजा आंद्र प्रदेश से भाजपा विधायक है।

विज्ञापन