
लखनऊ । उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद से प्रदेश के मदरसों को लेकर काफ़ी बातें हो रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मदरसों में सुधार के नाम पर कई विवादित आदेश जारी किए है जिस पर मुस्लिम संगठनो ने एतराज़ जताया है। इनमे स्वतंत्रता दिवस के मौक़े पर सभी मदरसों में राष्ट्र्गान और सांस्कृतिक कार्यक्रम करने और इसकी विडियो रिकॉर्डिंग करने का आदेश प्रमुख था। इसके बाद उन्होंने मदरसो के पाठयक्रम में भी बदलाव का आदेश दिया।
योगी सरकार के इन फ़ैसलों को कई मुस्लिम संगठन एतराज़ जता चुके है। उनका कहना है की सरकार भेदभाव के साथ मदरसों को टार्गट कर रही है। हालाँकि योगी सरकार हमेशा से इन आरोपो को ख़ारिज करती आयी है। इसी बीच शिया वक़्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष ने मदरसों को लेकर एक बड़ा दावा किया है। उन्हने आरोप लगाया की मदरसों में आतंकवाद की ट्रेनिंग दी जा रही है।
शिया वक़्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिज़वी ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी को चिट्ठी लिखकर ये आरोप लगाए। उन्होंने चिट्ठी में माँग की है की सभी मदरसों की मान्यता रद्द की जाए। इसके अलावा उन्होंने योगी को लिखे पत्र में कहा है कि मदरसा बोर्ड में पंजीकृत ज़्यादातर मदरसे फ़र्ज़ी है। इसलिए इस बोर्ड को ही ख़त्म कर दिया जाए और देश के सभी मदरसों को स्कूलों में बदल दिया जाए।
देश में सामान्य शिक्षा नीति अपनाने की माँग करते हुए रिज़वी ने कहा की मदरसों का प्राथमिक कार्य गहराई से धार्मिक शिक्षा प्रदान करना है लेकिन ये बच्चों को मुख्य शिक्षा धारा से वंचित कर रहे है। इन मदरसों में पढ़ रहे बच्चों का शिक्षा का स्तर इतना नीचे है की ये लोग सर्व शिक्षा से दूर होकर आतंक के रास्ते पर जा रहे है। रिज़वी ने आरोप लगाया की मदरसे बच्चों को सामान्य शिक्षा से दूर कर रहे है।