विदेश मंत्री सुषमा स्वराज शनिवार (29 सितंबर) को संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए पाकिस्तान पर जमकर बरसी। संयुक्त राष्ट्र महासभा के 73वें सत्र को संबोधित करते हुए उन्होने कहा, ”9/11 का मास्टर माइंड तो मारा गया लेकिन 26/11 का मास्टरमाइंड हाफिज सईद आज भी खुला घूम रहा है, रैलियां करता है, चुनाव लड़वाता, सरेआम भारत को धमकियां देता है लेकिन एक बात संतोष की है कि दुनिया के देशों ने पाकिस्तान का सही चेहरा पहचान लिया है और इसीलिए एफएटीएफ ने टेरर फंडिंग के लिए आतंकवादियों को आर्थिक सहायता देने के लिए पाकिस्तान को निगरानी सूचि में रख दिया है।”
वित्त मंत्री ने कहा, ”हमारे यहां आतंकवाद की चुनौती कहीं दूर देश से नहीं, बल्कि सीमा पार अपने पड़ोसी देश से ही आई है और वो देश केवल आतंकवाद फैलाने में ही माहिर नहीं है, बल्कि अपने किए हुए को नकारने में भी उसने महारत हासिल कर ली है। इसकी सबसे बड़ी मिसाल है ओसामा बिन लादेन का पाकिस्तान में पाया जाना।”
उन्होंने आगे कहा, “अमेरिका के इतिहास में 11 सितंबर 2001 की घटना सबसे बड़ी आतंकवादी घटना के रूप में देखी जाती है। इसीलिए उस घटना के मास्टर माइंड ओसामा बिन लादेन को अमेरिका अपना सबसे बड़ा दुश्मन मानता था और पूरी दुनिया में उसे खोज रहा था लेकिन उसे नहीं मालूम था कि खुद को अमेरिका का बहुत बड़ा दोस्त बताने वाले देश पाकिस्तान ने ही अपने यहां पनाह देकर उसे छिपा रखा था। ये अमेरिका के खुफिया तंत्र की सफलता है कि उन्होंने ओसामा को वहां खोज निकाला और यह अमेरिका की सैन्य शक्ति की उपलब्धि है कि उन्होंने उसे वहीं मार गिराया लेकिन पाकिस्तान की हिमाकत देखिए सारा सच सामने आ जाने के बाद भी न चेहरे पर झेप, न माथे पर शिकन.. जैसे कोई गुनाह उन्होंने किया ही न हो।”
#WATCH: EAM Sushma Swaraj in her address at #UNGA reacts on meeting between her and Pakistan foreign minister on the sidelines of UNGA called off by India pic.twitter.com/lobY7BKLWj
— ANI (@ANI) September 29, 2018
भारतीय विदेश मंत्री ने आतंकवाद के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र की भूमिका पर भी सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा, ”हम उस बुराई से कैसे लड़ेंगे जिसकी संयुक्त राष्ट्र अब तक परिभाषा तय नहीं कर पाया है। पाकिस्तान आतंकियों को स्वतंत्रता सेनानी कहता है। जो हम पर हमला करता है पाकिस्तान में उसको बहादुर कहकर सम्मानित किया जाता है। संयुक्त राष्ट्र पहले आतंकवाद को पारिभाषित करे।”
सुषमा स्वराज ने कहा, ”संयुक्त राष्ट्र की गरिमा और उपयोगिता वक़्त के साथ कम हो रही है। संयुक्त राष्ट्र में सुधार की आवश्यकता है। आज सुरक्षा परिषद दूसरे विश्व युद्ध के पांच विजेताओं तक ही सीमित है। मेरी अपील है कि सुरक्षा परिषद में सुधार किया जाए। इसमें सुधार तत्काल किया जाना चाहिए।”
सुषमा के भाषण के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा, ”भारत-पाकिस्तान के मंत्री संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतर मिलने वाले थे, लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार ने खोलखी बातों को आधार बनाकर तीसरी बार बातचीत रद्द कर दी। पाकिस्तान शांतिपूर्ण संबंध चाहता है और वे (भारत) शांति वार्ता की बजाय राजनीति को तरजीह देते हैं।” कुरैशी ने आरोप लगाया कि भारत एलओसी पर सीमित युद्ध के सिद्धांत पर कार्रवाई करता है। पाकिस्तान इसका उचित जवाब देगा।