पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने देश में बढ़ रही बेरोजगारी पर अपनी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि देश में बेरोजगारी गंभीर समस्या बनती जा रही है और ऐसे में वक्त रहते इस पर काबू पाने की जरूर हैं.
दिल्ली में आयोजित PHD अवॉर्ड फॉर एक्सीलेंस प्रोग्राम को संबोधित करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस तेजी से देश की जनसंख्या और बेरोजगारी बढ़ रही है, उस हिसाब से हर साल देश में तकरीबन सवा करोड़ रोजगार के नए अवसर पैदा करने होंगें. वरना आने वाले दिनों में देश में गंभीर हालात पैदा हो जाएंगे.
गौरतलब रहें कि इससे पहले महामहिम राष्ट्रपति भी बढ़ती बेरोजगारी पर अपनी चिंता जाहिर कर चुके हैं. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने बढ़ती बेरोजगारी पर चिंता जाहिर करते हुए कहा था कि नौकरियों के अवसर पैदा करने के विपरीत हालात देश में त्रासदी पैदा कर सकते हैं.
राष्ट्रपति ने कहा था कि देश में जिस संख्या में जॉब क्रिएट हो रही हैं वह भविष्य के लिए घातक हो सकता है. साल 2015 में पिछले सात साल की तुलना में सबसे कम नौकरियाें के अवसर बने हैं. यह अच्छा संकेत नहीं है.