नई दिल्ली । चाहे कोई आर्थिक रूप से कितना भी कमज़ोर क्यों न हो लेकिन वह हमेशा ख़ुद का राजा होता है। क्योंकि ख़ुद पर हमेशा उसी का आदेश चलता है। हालाँकि शायद ही कोई शख़्स होगा जो किसी रियासत का राजा नही बनना चाहेगा। लेकिन यह इच्छा बिना किसी चमत्कार के पूरी होना सम्भव नही है। हाँ, अगर किसी को ऐसी लवारिश जगह मिल जाए जिस पर किसी भी देश का मालिकाना हक़ न हो तो शायद वह उस जगह का राजा ज़रूर बन सकता है।
आप सोच रहे होंगे की यह कल्पना के अलावा कुछ भी नही है। लेकिन हम आपको बताना चाहते है कि यह कल्पना नही बल्कि हक़ीक़त है। भारत के एक शख़्स ने एक ऐसी जगह को खोज निकाला है जिस पर किसी भी देश का मालिकाना हक़ नही है। यही नही उक्त शख़्स ने ख़ुद को इस जगह का राजा घोषित करते हुए इसे एक देश घोषित कर दिया है। इसके अलावा उसने संयुक्त राष्ट्र से इस देश को मान्यता देने की भी माँग की है।
मध्य प्रदेश के रहने वाले सुयश दीक्षित ने ईजिप्ट और सुडान के बीच एक ऐसी जगह ढूँढी है जिस पर दोनो ही देश का मालिकाना हक़ नही है। यह लवारिश जगह क़रीब 2072 स्क्वेयर फीट में फैली है। सुयश ने इस जगह पर अपना हक़ जताते हुए इसे एक देश घोषित कर दिया और इस पर अपना झंडा भी फहरा दिया। यह जगह एक रेगिस्तान है जिसे सुयश ने क़रीब 319 किलॉमेटर का सफ़र कर ढूँढा है।
सुयश ने अपने देश का नाम ‘किंडम ओफ़ दीक्षित’ रखा है। इसके अलावा उसने ख़ुद को इस देश का राजा घोषित करते हुए अपने पापा को देश का राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और आर्मी हेड घोषित किया है। सुयश ने छिपकली को इस देश का राष्ट्रीय पशु चुना है। सुयश ने अपने फ़ेस्बुक पेज पर इसकी जानकारी देते हुए लिखा की यह इलाक़ा रेगिस्तान से घिरा हुआ है लेकिन यहाँ रहा जा सकता है। मैंने यहाँ पौधे उगाने के लिए बीज डालकर उसमें पानी दिया है।
यही नही सुयश ने इस देश की एक वेब्सायट भी बनायी है जिस पर इसके बारे में सारी जानकरिया दी गयी है। इसके अलावा सुयश ने लोगों को यहाँ नौकरी करने का भी ऑफ़र दिया है। उसने kingdomofdixit.gov.best पर अप्लाई करने के लिए कहा है। मालूम हो कि दीक्षित से पहले 2014 में एक शख्स जेरमी हीटन ने इस जगह को अपना हक़ जताया था। हालाँकि इस बार सुयश ने यून से इस देश को मान्यता देने की माँग की है। हालाँकि जिस जगह पर सुयश अपना हक़ जता रहे है उस जगह का नाम बीर ताविल है।