अमेरिकी जासूसी संस्था सीआईए के पूर्व ऑफिसर और व्हिसलब्लोअर एडवर्ड स्नोडेन ने आधार को भारत सराकर द्वारा जनता की जासूसी के लिए बिछाया गया, एक बड़ा सा जाल करार दिया। स्नोडेन ने कहा कि भारत में जिस तरह से आधार को हर चीज से लिंक किया जा रहा है उससे भारतीयों की आजादी प्रभावित हो रही है।
जयपुर में एक कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये बीते दिनों कॉन्टैक्ट लिस्ट में UIDAI के हेल्पलाइन नंबर जोड़ देने के सबंध में बात करते हुए उन्होने कहा कि “UIDAI कहता है, ओह…फोन नंबर गलत है, ओह…ये हमने नहीं किया है…लेकिन ये वही नंबर है जो आपके कार्ड के पीछे छपा है।”
उन्होने कहा कि ये बहुत भयानक है कि आधार की लिंकिंग अनिवार्य रुप से हर चीज से करवाई जा रही है और ये इस स्तर पर पहुंच गई है कि जबतक आप आधार नंबर नहीं देते हैं आप ना तो बच्चे पैदा कर सकते हैं और ना ही बच्चे का जन्म प्रमाणपत्र बना सकते हैं।
स्नोडेन ने कहा, “आधार के बारे में कई स्कैंडल आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा धोखा तो ये है जब सरकार आपको कहती है कि आप अपनी निजता, डेटा सुरक्षा और अपने अधिकारों के बारे में चिंता नहीं कीजिए।
उन्होंने कहा, “ये तर्क कहां से आता है…और इसका उत्तर है नाजी जर्मनी…लेकिन स्वतंत्र समाज में इसे जैसा काम करना चाहिए उसके ये ठीक विपरित है…आपको ये बताने की जरूरत नहीं होनी चाहिए आपके पास अधिकार क्यों हैं…आपको ये समझाने की जरूरत नहीं होने चाहिए कि ये महत्वपूर्ण क्यों है और आपको इसकी जरूरत क्यों है।”