पाकिस्तान से आकर भारत में अपना निर्वासित जीवन व्यतीत कर रहे पाकिस्तानी लेखक तारिक फतह को पंजाब यूनिवर्सिटी जाना महंगा पड़ गया हैं. तारिक फतह पर आरोप हैं कि उन्होंने वहाँ सिख स्टूडेंट्स को खालिस्तानी और कश्मीरी मुस्लिम स्टूडेंट्स को ‘आतंकवादी’ कहकर संबोधित किया जिसके बाद छात्रों ने उनकी जमकर पिटाई कर दी.
तारिक पिछले हफ्ते ही चंडीगढ़ लिटरेरी सोसाइटी की ओर से आयोजित लिटराटी-2016 में शिरकत करने आए थे. वे रविवार को को पीयू में होने वाले एक टॉक शो में हिस्सा लेने वाले थे. लेकिन अब उनका कार्यक्रम रद्द किया जा चूका हैं. ये फैसला छात्रों द्वारा तारिक फतह की शिकायत पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन को किये जाने के बाद किया गया हैं.
दरअसल ये कार्यक्रम भारतीय जनता पार्टी की स्टूडेंट विंग ABVP की और से आयोजित किया गया था. ये कार्यक्रम बलूचिस्तान पर आधारित था. जिसमे तारिक फतह को मुख्य वक्ता के तौर पर आमंत्रित किया गया था. साथ ही इस कार्यक्रम में जिवेशु अहलुवालिया, अमित भट्टाचार्य, अमित हंस और अजय सोंधी को भी शिरकत करनी थी.
रिसर्च स्कालर गगनदीप सिंह ढिल्लों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि हम फिजिक्स कैंटीन में बैठे थे जब तारेक वहां आया और छात्रों के साथ एक अनौपचारिक बातचीत शुरू कर दी. उन्होंने बताया कि हम कल के नगरोटा आतंकी हमले चर्चा कर रहे थे. तभी डिपार्टमेंट के लाइब्रेरियन वहां आये हम सब उनके सम्मान में खड़े हो गये. इस पर तारेक ने कहा कि ‘भारतीयों को अपने वरिष्ठ नागरिकों के इस तरह इज्ज़त देने की ज़रुरत नहीं.