निज़ामुद्दीन मरकज में शामिल हुए एक शख्स ने बुधवार को दिल्ली के राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में आत्महत्या करने की कोशिश की। हालांकि उसे अस्पताल के अधिकारियों ने बचा लिया।
जानकारी के अनुसार, मंगलवार को कोरोना वायरस संदिग्ध इस शख्स को आइसोलेसन वार्ड में रखा गया था। कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों को वेंटिलेशन की जरूरत होती है इसलिए अस्पताल की खिड़कियां खुली हुई थी। बुधवार दोपहर 12:30 के करीब इस शख्स ने अस्पताल की छठी मंजिल से छलांग लगाने की कोशिश की।
इस दौरान डॉक्टरों ने शख्स को बचा लिया। डॉक्टरों ने उसे मनोचिकित्सक के पास भेजा और उसकी काउंसलिंग की जा रही है।इस घटना पर अस्पताल प्रशासन का कहना है कि हम सुरक्षा के सभी एहतियात बरत रहे हैं ताकि ऐसी कोई घटना दोबारा ना हो।
#WATCH A person related to Markaz Nizamuddin, admitted at Rajiv Gandhi Super Speciality Hospital, Delhi attempted to commit suicide today. He was saved by the hospital authorities. pic.twitter.com/qHSGIYaTJn
— ANI (@ANI) April 1, 2020
बता दें कि दिल्ली की निजामुद्दीन मरकज से कुल 2346 लोगों को बाहर निकाला गया है। दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने बताया कि इनमें से 1810 लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है। वहीं 536 लोगों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। अब तक इस जमात में शामिल 500 से ज्यादा लोगों में कोरोना के लक्षण पाए गए हैं।
इससे पहले कोरोनावायरस के एक संदिग्ध मरीज ने दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल के 7वें फ्लोर से कूदकर जान दे दी थी। मृतक की पहचान तनवीर सिंह के रूप में हुई थी। उसे सिडनी, ऑस्ट्रेलिया से लौटने के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया था। स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने बयान में कहा इस व्यक्ति को सिरदर्द की शिकायत के बाद अस्पताल ले जाया गया था।