अयोध्या विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान सुन्नी सेंट्रल वक्फ की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल की दलीलों पर बोर्ड ने नाराजगी जाहिर की है.
बोर्ड के सदस्य हाजी महबूब ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, ‘हां कपिल सिब्बल हमारे वकील हैं लेकिन वो एक राजनीतिक दल से भी संबंध रखते हैं. मंगलवार (5 दिसंबर) को सुप्रीम कोर्ट में दिया गया उनका बयान गलत है. हम इस समस्या का समाधान जल्द से जल्द चाहते हैं.
दरअसल, कपिल सिब्बल ने कोर्ट से चुनावों का हवाला देकर इस मामले की सुनवाई जुलाई के बाद करने की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि राम मंदिर का निर्माण बीजेपी के 2014 के घोषणापत्र में शामिल है, कोर्ट को बीजेपी के जाल में नहीं फंसना चाहिए. ऐसे में अदालत को 2019 के आम चुनाव के बाद सुनवाई करनी चाहिए.
Yes Kapil Sibal is our lawyer but he is also related to a political party, his statement in SC yesterday was wrong, we want a solution to the issue at the earliest: Haji Mehboob,Sunni Waqf Board #Ayodhya pic.twitter.com/CMN8MXr5ta
— ANI (@ANI) December 6, 2017
इसके अलावा उन्होंने कहा था, कोर्ट को देश में गलत संदेश नहीं भेजना चाहिए, बल्कि एक बड़ी बेंच के साथ मामले की सुनवाई करनी चाहिए. देश का माहौल अभी ऐसा नहीं है कि इस मामले की सुनवाई सही तरीके से हो सके. उन्होंने कहा, मामले की सुनवाई 5 या 7 जजों बेंच के जरिए की जानी चाहिए.
हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने सिब्बल की इन दलीलों को नहीं माना और सुनवाई की अगली तारीख आठ फरवरी तय कर दी. इस बारे में हाजी महबूब ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट में दिया गया सिब्बल का बयान उनकी निजी राय थी.