मुंबई.भीमा कोरेगांव हिंसा के आरोपी संभाजी भिडे उर्फ गुरुजी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर भारिप (भारतीय रिपब्लिकन पार्टी) नेता प्रकाश आंबेडकर के आवाहन पर हजारों की तादाद में दलित समुदाय के लोग सड़कों पर उतर आए. हालाँकि इस प्रदर्शन के लिए पुलिस ने इजाजत नहीं दी थी.
प्रदर्शन को लेकर पुलिस परमिशन न मिलने पर प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि कुछ भी हो जाए मोर्चा जरूर निकलेगा. उन्होंने कहा कि सरकार बुरे लोगों को बचा रही है और अच्छे लोगों को सजा दे रही है हम यह स्वीकार नहीं करेंगे.
दरअसल, पुलिस ने रीक्षाओं का हवाला देकर मोर्चा न निकालने को कहा था. पुलिस चाहती थी कि मोर्चा के बजाय सिर्फ आजाद मैदान में आंदोलन हो. इस बारें में आंबेडकर ने कहा कि सरकार संभाजी भिडे को गिरफ्तार न कर लोकतंत्र का गला दबा रही है, जिन्होंने हमला किया सरकार उन्हें गिरफ्तार नहीं कर रही है और जिन लोगों ने मार खाई उन पर पाबंदी लगाई जा रही है. हम यह बर्दास्त नहीं करेंगे.
कार्यकर्ताओं की भीड़ को संबोधित करते हुए संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आम्बेडकर के परपोते प्रकाश आम्बेडकर ने कहा, ‘यह अच्छी तरह से ज्ञात तथ्य है कि पीएम मोदी, भिड़े को गुरु के रूप में मानते हैं. हम मोदी के साथ लड़ने के पक्ष में नहीं है. हालांकि महाराष्ट्र सरकार द्वारा अगर कार्रवाई नहीं की गई तो हमें पता है कि सही समय पर इससे कैसे निपटना है.’
उन्होंने कहा,‘अगर कानून लागू नहीं किया गया, और भिड़े को 8 दिनों के अंदर गिरफ्तार नहीं किया गया, तो हम हमारे भविष्य की रणनीति की रूपरेखा प्रस्तुत करेंगे. कानून सबके लिए समान क्यों नहीं है? अगर एक और हिंदुत्व नेता मिलिंद एकबोटे गिरफ्तार हो सकता है, तो भीमा-कोरेगांव का मुख्य आरोपी होने के बावजूद, ऐसी क्या चीज है जो भिड़े को गिरफ्तार करने से रोक रही है.