सुप्रीम कोर्ट में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर महात्मा गांधी की हत्या के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को जिम्मेदार ठहराने पर केस चल रहा हैं. वहीँ दूसरी और राज्यसभा में बीजेपी के विवादित सांसद सुब्रमण्यम स्वामी गाँधीजी की हत्या को लेकर नाथूराम गोडसे को पाक साफ़ साबित करने की कोशिश में लगे हैं. ऐसे में 1947 की सीआईडी रिपोर्ट से खुलासा हुआ हैं कि RSS चीफ गोलवलकर ने राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को जान से मारने की धमकी दी थी.
कैच न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली पुलिस अभिलेखागार के सार्वजनिक दस्तावेज के अनुसार आरएसएस ने महात्मा गांधी को जान से मारने के बारे में सोचा था और ये दावा भी किया था कि वो उन्हें चुप कराने में सक्षम है. महात्मा गांधी की हत्या के महीनों पहले दिल्ली पुलिस की क्रिमिनल इन्वस्टिगेशन डिपार्टमेंट (सीआईडी) ने ये ब्योरा गुप्त सूत्रों के हवाले से दर्ज किया था.
कैच न्यूजरिपोर्ट के मुताबिक, ‘गोलवलकर ने कहा कि हमें शिवाजी के तौर तरीकों की तरह ही गुरिल्ला युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए। संघ तब तक आराम नहीं करेगा, जब तक पाकिस्तान का नामोनिशान न मिट जाए. अगर कोई हमारे रास्ते में आएगा तो हमें उसे खत्म करना होगा. चाहे वो नेहरू सरकार हो या कोई और सरकार’
मुस्लिमों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘धरती की कोई ताकत मुसलमानों को हिंदुस्तान में नहीं रख सकती. उन्हें देश छोड़ना ही होगा. महात्मा गांधी मुस्लिमों को देश में रखना चाहते हैं ताकि चुनाव के वक्त कांग्रेस को उनके वोटों का फायदा मिल सके. लेकिन तब तक एक भी मुस्लिम शख्स देश में नहीं बचेगा. अगर उन्हें यहां रहने दिया गया तो जिम्मेदारी सरकारों की होगी. हिंदू समुदाय इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा.’
आगे लिखा है, ‘महात्मा गांधी उन्हें काफी देर तक दिग्भ्रमित नहीं कर सकते. हमारे पास वो तरीके हैं, जिससे इस तरह के लोगों को तुरंत खामोश किया जा सकता है, लेकिन यह हमारी परंपरा रही है कि हम हिंदुओं को नुकसान नहीं पहुंचाते. अगर मजबूर किया गया तो हमें वैसा कदम उठाना पड़ेगा.’
कैच न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, सीआईडी रिपोर्ट से इस बात के भी संकेत मिलते हैं कि पुलिस को शक था कि आरएसएस हथियार जुटाने की कोशिश कर रहा है.