एक धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने नोटबंदी के फैसले को अनुचित बताते हुए प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी की कड़ी आलोचना की हैं.
उन्होंने प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी को खलनायक बताते हुए कहा कि पीएम का नोटबंदी का फैसला बिल्कुल अनुचित है. मोदी सेवक नहीं बल्कि खलनायक और तानाशाह की भाषा बोल रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि वे आजादी के समय से हिसाब लेने की बात कहकर धमकी दे रहे हैं. हिसाब लेने का काम कानून का है, भला मोदी कौन होते हैं ये मांग करने वाले. ये राष्ट्र मोदी के हिसाब से नहीं बल्कि संविधान के हिसाब से चलेगा.
शंकराचार्य ने आगे कहा, भला सभी को बेईमान कैसे कहा जा सकता है. मोदी का राज अंग्रेजी राज से भी गया बीता राज है. ये सरकार जान-माल की रक्षा की जगह उल्टा जान और माल ले रही है. लाइन में लगाकर जनता को दुखी करना लोकतंत्र नहीं है.
नोटबंदी के दौरान हो रही मौतों पर भड़कते हुए शंकराचार्य ने कहा कि लोगों की इस मौत का मोदी को श्राप लगेगा. साथ ही उन्होंने कहा, लड़कियों के विवाह के समय ये फैसला लेना उनके साथ किए गए किसी धोखे जैसा है.