नई दिल्ली: भारत सरकार ने मेजर आदित्य और राइफलमैन औरंगजेब को उनकी अद्धितीय वीरता के लिए भारत सरकार ने सम्मानित करने का फैसला लिया है। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मेजर आदित्य (गढ़वाल राइफल्स) और राइफलमैन औरंगजेब (मरणोपरांत) को शौर्य चक्र मिलेगा।
बता दें कि जम्मू कश्मीर लाइट इंफेंट्री (जैकलाइ) के जवान औरंगजेब की जून में आतंकियों ने उस समय अगवा करके हत्या कर दी थी जब वह ईद की छुट्टी पर अपने घर जा रहे थे। औरंगजेब जम्मू कश्मीर के पुंछ में रहने वाले थे। गोलियों से छलनी औरंगजेब की लाश पुलवामा से 10 किलोमीटर दूर गुसू गांव में पुलिस और सर्च टीम को मिली थी।
आतंकियों ने औरंगजेब का मरने से पहले का वीडियो भी जारी किया था। औरंगजेब के सिर और गले में गोली थी।औरंगजेब के चेहरे, गर्दन और सिर पर कई गोलियों के निशान मिले थे। औरंगजेब के पिता हनीफ सेना से रिटायर्ड हैं। साल 2014 में आतंकियों ने औरंगजेब के चाचा को भी अगवा किया था बाद में उनकी हत्या कर दी थी। उनके भाई भी सेना में हैं।
वहीं गढ़वाल राइफल्स के मेजर आदित्य को भी शौर्य चक्र से सम्मानित किया जाएगा। मेजर आदित्य ने जम्मू-कश्मीर के शोपियां में पत्थरबाजों की भीड़ पर कड़ी कार्वाई करते हुए उनपर फायरिंग करवा दी थी जिसको लेकर उनपर एफआइआर भी दर्ज की गई थी बाद में सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप करते हुए कहा था कि अगर मेजर आदित्य पर कार्रवाई होती है तो इससे सेना के कर्तव्य निर्वहन में और आर्मी जवानों के मनोबल पर असर पड़ेगा। उनकी वीरता के लिए उन्हें भी स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शौर्य चक्र देकर सम्मानित किया जाएगा।
जानिए शौर्य चक्र के बारें में
शौर्य चक्र भारत का शांति के समय वीरता का पदक है। यह सम्मान सैनिकों और असैनिकों को उनकी असाधारण वीरता या फिर असाधारण बलिदान के लिए दिया जाता है। यह मरणोपरान्त भी दिया जा सकता है। वरियता में यह कीर्ति चक्र के बाद आता है।