मुज़फ़्फ़रनगर । 2013 को उत्तर प्रदेश के मुज़फ़्फ़रनगर में हुए साम्प्रदायिक दंगो ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। इन दंगो में क़रीब 62 लोग मारे गए जबकि 50 हज़ार से ज़्यादा लोग विस्थापित हो गए। 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत के पीछे इन दंगो का भी बड़ा हाथ माना जाता है। उस समय भाजपा के कई नेताओ पर भड़काऊ भाषण देने के आरोप लगे। आज उनमें से कई नेता विधायक और सांसद बन चुके है।
ऐसे ही एक नेता है संगीत सोम। संगीत फ़िलहाल सरधना से विधायक है। उत्तर प्रदेश की पूर्व की अखिलेश सरकार ने संगीत पर दंगे के दौरान भड़काऊ भाषण देने के आरोप लगाया था। इसके अलावा उन पर रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून) पर लगायी गयी थी जो बाद में अदालत के आदेश के बाद हटा ली गयी। लेकिन दंगो के वो दाग़ आज भी संगीत सोम को परेशान कर रहे है।
इसकी पीड़ा उन्होंने हाल ही में ज़ाहिर भी की। 16 जनवरी को मुज़फ़्फ़रनगर में एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा की मुज़फ़्फ़रनगर दंगो की वजह से उन्हें वीज़ा मिलने में परेशानी हो रही है। केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट्स वेलफेयर एसोसियेशन के एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा,’ मुजफ्फरनगर से मुझे बहुत लगाव है, जिसकी वजह से पूरी दुनिया में इतनी चर्चा में आ गया हूं कि कोई भी देश मुझे वीजा देने को तैयार नहीं है।’
इसके बाद इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए उन्होंने बताया की मैंने ऑस्ट्रेलिया के वीजा के लिए अप्लाई किया था लेकिन मेरा वीजा यह कहकर खारिज कर दिया गया कि मेरे खिलाफ केस लंबित पड़े हैं, मैंने यह आवेदन 2015 में ही दिया था, लेकिन ये क्लियर नहीं हो सका, इसके बाद मैंने विदेश जाने का इरादा ही त्याग दिया। दंगो से पहले वह सिंगापुर, अमेरिका और ओस्ट्रैलिया की यात्रा कर चुके है।