भोपाल | बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह पर लगे आरोपों के बाद पूरी बीजेपी उनके बचाव में मैदान में उतर चुकी है. यहां तक की कुछ केन्द्रीय मंत्री और उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने भी इस मामले में जय शाह का बचाव किया है. विपक्ष लगातार मामले की जांच कराने की मांग कर रहा है लेकिन मोदी सरकार इसके लिए तैयार नही है. खुद गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बयान जारी करते हुए कहा की जांच की कोई जरुरत नही है.
लेकिन संघ इस मामले में जुदा राय रखता है. उनका मानना है की अगर कोई मामला बनता हो तो जांच होनी चाहिए. संघ की यह राय बीजेपी से इतर नजर आ रही है. ऐसे में मोदी सरकार पर यह दबाव आ सकता है की संघ की बात मानी जाए या पार्टी की. संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने जय शाह पर लगे आरोपों पर अपनी राय रखते हुए कहा की अगर प्राइमा फेसी कोई मामला बनता है तो जांच होनी चाहिए.
दत्तात्रेय होसबोले ने यह विचार भोपाल में चल रही संघ की तीन दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक से इतर प्रकट किये. बैठक में उन्होंने केरल में संघ कार्यकर्ताओ पर हो रहे हमले और देश के हालात पर अपने विचार व्यक्त किये. उन्होंने कहा की जो विचारधारा में हमसे हार गए हैं, वो केरल में हमारे ऊपर हमला कर रहे हैं. इस दौरान उन्होंने देश अभी नाजुक हालत से गुजर रहा है. लोकतंत्र में बहस का अपना महत्तव है इसलिए बहस होनी काफी जरुरी है.
बताते चले की न्यूज़ वेबसाइट ‘द वायर’ ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया था की अमित शाह के बेटे जय शाह की एक कंपनी का टर्नओवर एक ही साल में 50 हजार से बढ़कर 80 करोड़ हो गया. जय शाह की कंपनी में यह उछाल नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री और अमित शाह के बीजेपी अध्यक्ष बनने के बाद आया. रिपोर्ट के सामने आने के बाद पूरा विपक्ष बीजेपी को घेरने में लगा हुआ है. हालाँकि जय शाह ने रिपोर्ट को गलत बताते हुए वेबसाइट के खिलाफ 100 करोड़ का मानहानि का मुकदमा दायर कर दिया.