महाराष्ट्र में नवरात्रि के मौके पर बेहद ही शर्मनाक मामला सामने आया है। पुणे के भाटनगर इलाके में एक 23 साल की लड़की को गरबा खेलने से इसलिए मना कर दिया क्योंकि उसने वर्जिनिटी टेस्ट करने पर आपत्ति दर्ज कराई थी और इसका विरोध किया था।
घटना सोमवार की है एश्वर्या विवेक तमाईचिकर (23) ने अपने संग हुए इस दुर्व्यवहार के विरोध में पिंपरी पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई है। ऐश्वर्या पुणे में कानून की पढ़ाई कर रही है। एश्वर्या की शिकायत पर इस समाज के 8 सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
बता दें कि एश्वर्या कंजारभाट समाज से आती हैं। जहां शादी से पहले कौमार्य परीक्षण की परंपरा रही है। कंजारभाट समाज में रिवाज है कि शादी के बाद सुहागरात के अगले दिन महिला को साबित करना जरूरी है कि वो वर्जिन इससे पहले थी। इसके लिए पंचायत के सदस्य बाकायदा बेडशीट चेक करते हैं। अगर सदस्यों को उसमें सबूत नहीं मिलता, तो शादी अवैध करार दे दी जाती है।
Filed a police complaint in Pimpri-Chinchawad after members of my community didn't allow me to participate in Navratri dandiya.I was told that I had brought a bad name to Kanjarbhat community for opposing the virginity test which is common in our community:Aishwarya Tamaichikar pic.twitter.com/vDGPfZ8NqG
— ANI (@ANI) October 17, 2018
ऐश्वर्या ने बताया, ’12 मई 2018 को मैंने विवेक तमायचीकर के साथ शादी की थी लेकिन मैंने वर्जिनिटी टेस्ट का विरोध किया। इसी वजह से समाज के किसी कार्यक्रम में मुझे शामिल नहीं होने दिया जाता है और मुझे पूरी तरह से बहिष्कृत कर दिया गया है।’
घटना के बारें में एश्वर्या ने बताया, ‘स्थानीय मंडल द्वारा आयोजित डांडिया में भाग लेने के लिए मैं सोमवार शाम को पिंपरी पहुंची थी। इस आयोजन पर जाट पंचायत का खासा प्रभुत्व हैं। वहां मैंने डांडिया खेलना शुरू किया तो कुछ मिनट बाद ही म्यूजिक बंद कर दिया गया। इस दौरान मां भागती हुई आईं और वहां से जाने को कहा, लेकिन मैं पंडाल में बैठी रही। म्यूजिक शुरू नहीं किया गया। इसके बाद एक वरिष्ठ सदस्य ने ऐलान कर दिया कि म्यूजिक तभी शुरू होगा जब पंडाल में मौजूद कुछ लोग चले जाएंगे। पंडाल में तब करीब चार सौ लोग मौजूद थे लेकिन कोई मेरे समर्थन में नहीं आया।’