लॉकडाउन न होने के बावजूद तबलीगी जमात के सदस्यों के निजामुद्दीन मरकज में इकठ्ठा होने पर जिस तरह से मीडिया ने भारत में कोरोना के लिए मुस्लिमों को जिम्मेदार ठहराया। उसके विपरीत अब कर्नाटक में लॉकडाउन तोड़ कर निकाली गई रथयात्रा पर मीडिया ने चुप्पी साध ली है। जिसमे हजारों लोगों ने हिस्सा लिया।
Waiting for #TablighiJamaat level outrage from media.. https://t.co/1CCiW8g2o8
— Swara Bhasker (@ReallySwara) April 16, 2020
कर्नाटक रथयात्रा का एक वीडियो शेयर करते हुए एक्ट्रेस स्वरा भास्कर ने लिखा- ‘जिस लेवल की नाराजगी तबलीगी जमात को मिली थी वैसे ही रिएक्शन का इंतजार मीडिया से है।’ अपने अगले ट्वीट में एक्ट्रेस ने लिखा-‘अब कुछ ‘अनबायस्ट’ लोग आएंगे औऱ केहेंगे कि यह मंदिर कोरोना षड्यंत्र का हिस्सा कैसे था!’
Waiting for ‘unbiased’ tweeple to start frothing at the mouth and make theories about how this temple was part of a larger Corona Conspiracy! No??? https://t.co/Tec1nAiCpR
— Swara Bhasker (@ReallySwara) April 16, 2020
इससे पहले महाराष्ट्र के सोलापुर में एक रथयात्रा का आयोजन किया गया था जिसमें हजारों लोगो ने भाग लिया। इस रथ यात्रा में लॉक डाउन और सोशल डिस्टेंस की जमकर धज्जियां उड़ाई गई जब पुलिस ने उन्हें रोकने कि कोशिश की तो लोगों ने पथराव शुरू कर दिया जिसमे कई पुलिस वाले घायल हो गए।
सोलापुर, महाराष्ट्र में कर्फ्यू के दौरान निकल रही एक धार्मिक रथयात्रा को रोकने गई पुलिस टीम पर भीषण पथराव, कई पुलिस वाले घायल
पता नहीं मेरा भारत कब जागरूक होगा ? pic.twitter.com/WpykKqhC2T
— Imran Pratapgarhi (@ShayarImran) April 2, 2020
बता दें कि जिस दिन रथयात्रा निकाली जानी थी उस दिन पुलिस ने गांव के कुछ लोगों को रथ पूजा करने की इजाजत दे दी। जिसके बाद लोगों ने रथ पूजा शुरू की। जैसे ही पूजा शुरू की गयी देखते ही देखते लोगों की भीड़ वहां जमा होने लगी और लोग रथयात्रा निकालने लगे। यह देख पुलिस ने उन्हें रोका तो उनपर पथराव किया गया।
Telangana: State Ministers Allola Indrakaran Reddy and Puvvada Ajay Kumar participated in Rama Navami celebrations held today at Sri Sita Ramachandra Swamy Temple in Bhadrachalam. pic.twitter.com/KCysbfAFNw
— ANI (@ANI) April 2, 2020
ऐसा ही एक मामला शिरडी में भी देखने को मिला जब मंदिर के सीईओ और उसके परिवार वालों ने राम नवमी की पूजा का आयोजन किया जिसके चलते सोशल डिस्टेंस के मानकों का उलंघन किया गया था।