अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति को मुख्य अतिथि के रूप में बुलाए जाने का विरोध शुरू होना शुरू हो गया है. एएमयू छात्र संगठनों ने धमकी दी कि किसी भी संघी मानसिकता वाले को यूनिवर्सिटी में घुसने नहीं दिया जाएगा.
एएमयू के छात्र संघ सचिव मोहम्मद फहद ने दीक्षांत समारोह को लेकर विश्वविद्यालय के अथॉरिटी को पत्र लिखकर कहा कि हम राष्ट्रपति का विरोध नहीं कर रहे हैं लेकिन हम संघी मानसिकता का जरूर विरोध कर रहे हैं जो कि मानवता के खिलाफ है.
President Ram Nath Kovind to attend Aligarh Muslim University's convocation ceremony on 7 March, student union secretary has written to university authorities over the event, says, 'we don't oppose the President but we do oppose the 'sanghi' mindset that is against humanity.' pic.twitter.com/DO3rhKL6fo
— ANI UP (@ANINewsUP) February 24, 2018
ANI से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘हम राष्ट्रपति का विरोध नहीं करते, हम ‘संघी मानसिकता का विरोध करते हैं. 2010 में राष्ट्रपति ने कहा कि मुस्लिम और ईसाई देश के लिए विदेशी हैं, यह बात आज तक हमें परेशान करती हैं, लेकिन हम राष्ट्रपति का स्वागत करते हैं. ‘संघी मानसिकता वाले किसी अन्य व्यक्ति को प्रवेश करने की इजाजत नहीं दी जाएगी.’
Not opposing Pres, we oppose 'sanghi' mindset. In 2010 Pres said Muslims & Christians are alien to country, that bothers us till date but we welcome Pres. No other person with 'sanghi' mindset will be allowed to enter, those coming as per protocol can come: AMU Student Union Secy pic.twitter.com/8nCs3INxIs
— ANI UP (@ANINewsUP) February 24, 2018
छात्रों ने अपने पत्र में लिखा कि बाबरी मस्जिद ढांचे को गिराने में शामिल संघ के अधिकारी या इससे जुड़े संगठन के किसी भी कार्यकर्ता को दीक्षांत समारोह में बुलाया गया तो उनके साथ ठीक नहीं होगा. ध्यान रहे वर्ष 2010 में रामनाथ कोविंद ने मुस्लिमों और ईसाईयों के खिलाफ कथित तौर पर कहा था कि ‘मुस्लिम और ईसाई (क्रिश्चन) देश के लिए एलियन हैं’.