नई दिल्ली – इलाहबाद हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस मार्केंडय काटजू अयोध्या विवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होने सवाल उठाया कि आखिर कैसी सुनिश्चित किया जाये कि राम का जन्म कहाँ पर हुआ था ?
सोशल मीडिया साईट ट्वीटर पर एक के बाद कई ट्वीट करके कई सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि विष्णू पुराण के मुताबिक राम त्रेता युग में पैदा हुए, और अब यह कलयुग चल रहा है, यानी की 432000 साल पहले, अगर द्वापर और त्रेता युग को मिला लिया जाये तो यह 864000 होता है।
Rama is said 2 have been born in Tretayug. According to Vishnu Purana, Kaliyug, in which we r living, is of 432,000 years, & Dwapar Yug which preceded it was twice as long, i.e. of 864,000 years. Since Treta Yug preceded Dwapar Yug, & was thrice as long as Kaliyug, it follows
— Markandey Katju (@mkatju) June 17, 2018
जस्टिस काट्जू ने कहा कि जब राम का जन्म लाखों साल पहले हुआ तो यह कैसा कहा जा सकता है कि राम का जन्म कहां हुआ ? उन्होंने कहा कि वाल्मीकि द्वारा लिखित रामायण के मुताबिक राम एक महान राजा थे, लेकिन वे भगवान नहीं थे। पूर्व जस्टिस ने सवाल किया कि तुलसी दास द्वारा रचयित रामचरित्रमानस के आधार पर राम को भगवा कैसे माना जा सकता है।
that Rama was born about a million years ago. How can it then be said where exactly was he born ?
Also, in the original Ramayana in Sanskrit by Valmiki, Rama was only a great king, but not a god. How did he later become a god 2000 years later in Tulsidas' Ramcharitmanas ?— Markandey Katju (@mkatju) June 17, 2018
बता दें कि अयोध्या में राम जन्मभूमी और बाबरी मस्जिद का विवाद दो दशक से भी ज्यादा समय से जारी है। हिन्दू संगठनों का दावा है कि ये राम जन्म भूमि है। जिसके लिए बाबरी मस्जिद शहीद कर दी गई थी।