“उन्होंने समझा था की इसे भी एक मामूली मौत समझकर लोग भूल जायेंगे,उन्होंने समझा था की इस मौत पर लोगो की कोई प्रतिक्रिया नही होगी लेकिन शायद उन्हें नही मालूम था की रोहित की संस्थानिक हत्या से रोहित मरेगा नही बल्कि अमर हो जायेगा” ऐसे ही कुछ स्टेटमेंट है जो लोगो की फेसबुक वाल पर दिखाई पड़ रहे है.
सोशल मीडिया पर आजकल जिस बात को लेकर सबसे अधिक चर्चा हो रही है वो है रोहित की आत्म-हत्याकांड. रोहित की आत्म-हत्या का विरोध शुरू में तो सोशल मीडिया तक ही सिमित रहा तथा समाचार पत्रों और न्यूज़ चैनलो ने उसे प्राथमिकता नही दी, लेकिन जैसे जैसे समय गुज़रता गया वैसे वैसे देश में एक ऊबाल आता गया और इसकी गर्मी अब सड़कों पर दिखाई देने लगी. कोहराम न्यूज़ आपके लिए लाया है देशभर में हो रहे प्रदर्शन की फोटोग्राफ
विज्ञापन