सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा से मिलने के लिए पहुंचे प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्र को खाली हाथ लौटना पड़ा है. चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने उनसे मुलाकात करने से इनकार कर दिया.
दरअसल, जस्टिस जे चेलमेश्वर, जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस मदन बी लोकुर और जस्टिस कुरियन जोसेफ के चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा पर लगाए गए आरोपों के बाद नृपेंद्र मिश्रा कृष्णा मेनन मार्ग पर सीजेआई से मिलने पहुंचे थे. इसी बीच, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा के भारत के मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा से मिलने उनके घर जाने पर कांग्रेस ने सवाल उठाया है.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, ‘प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा भारत के मुख्य न्यायाधीश के निवास 5-कृष्णा मेनन मार्ग पर गए. प्रधानमंत्री को अपने विशेष दूत को मुख्य न्यायाधीश के घर भेजने का कारण बताना चाहिए.’
As PM’s Principal Secretary, Nripendra Misra visits CJI’s residence at 5, Krishna Menon Marg; PM must answer the reason for sending this special messenger to Chief Justice of India.
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) January 13, 2018
इस मामले में अब सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने चारों जजों के आरोपों को लेकर शनिवार को मीटिंग बुलाई है. सुप्रीम कोर्ट के बार एसोसिएशन के प्रेसिडेंट विकास सिंह का कहना है, “अगर उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, तो उन्हें कुछ ठोस बातें कहनी चाहिए थी. लोगों के मन में बस आशंका भर देना जूडिशरी के हित में नहीं होगा. इसकी ठीक ढंग से योजना नहीं बनाई गई. उन्होंने ने जस्टिस लोया को लेकर भी कुछ नहीं कहा.”