ओडिशा के प्रसिद्ध श्री जगन्नाथ पुरी मंदिर में देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उनकी पत्नी सविता कोविंद के अपमान का मामला सामने आया है। मंदिर के सेवादारों ने गर्भगृह के करीब राष्ट्रपति का रास्ता रोक उनकी पत्नी को धक्का दिया।
इस बात का खुलासा उस वक्त हुए जब श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन ने दोषी सेवकों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी करने का फैसला किया। बता दें कि राष्ट्रपति कोविंद सपत्नीक पुरी के जगन्नाथ मंदिर में दर्शन के लिए बीते 18 मार्च 2018 को आए थे।
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रबंधन के मुख्य प्रशासक आईएएस अधिकारी प्रदीप्त कुमार मोहापात्रा ने स्वीकार किया कि राष्ट्रपति और उनकी पत्नी के साथ मंदिर परिसर में अभद्रता की गई थी। लेकिन उन्होंने इस पर अधिक टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।
एक स्थानीय अखबार प्रगतिवादी के मुताबिक, जब राष्ट्रपति पुरी जगन्नाथ मंदिर के सबसे निचले हिस्से में रत्न सिंहासन के पास पहुंचे, तो एक सेवादार ने कथित तौर पर उन्हें रास्ता नहीं दिया। वहीं जब राष्ट्रपति और उनकी पत्नी दर्शन कर रहे थे, तो कुछ सेवादारों ने कथित रूप से दोनों को कोहनी मारी।
इस मामले मे कांग्रेस नेता सुरेश कुमार ने कहा, ‘हम यह नहीं समझ पा रहे हैं कि जिला प्रशासन क्यों ऐसी स्थिति से बचने में असफल रहा। अब तक सिर्फ सामान्य श्रद्दालुओं को सेवादार परेशान करते थे। अब ऐसा लग रहा है कि राष्ट्रपति और उनके परिवार को भी इससे नहीं बख्शा गया।’
बता दें कि इससे पहले राजस्थान के पुष्कर मे भी राष्ट्रपति के अपमान की बात सामने आई थी। लेकिन प्रशासन ने इसे सिरे से खारिज कर दिया था।