नए साल की पूर्वसंध्या पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम सन्देश दिया. इस सन्देश में उन्होंने नोटबंदी के समर्थन के लिए देशवासियों का शुक्रिया अदा करते हुए कई ऐलान किये.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘नोटबंदी’ की तुलना ‘शुद्धि-यज्ञ’ से करते हुए कहा कि दीपावली के तुरंत बाद देश में शुद्धि यज्ञ का देश गवाह बना. आने वाले सालों में आने वाले भविष्य की यह रूपरेखा तय करेगा. समय के साथ जो बुराइयां उत्पन्न होती हैं, लोग उनसे मुक्त होने का प्रयास करते हैं. हमारा जीवन भी काले धन और भ्रष्टाचार से घिरा था. ईमानदार लोगों को इसको खत्म करने के लिए आगे आना पड़ा. दीपावली के बाद जो हुआ उससे साबित हो गया कि आम भारतीयों ने इससे निपटने का बीड़ा उठा लिया है.
आवास योजना
2017 से जो ग्रामीण अपना घर बनाना या विस्तार करना चाहते हैं तो उनको लोन दिया जाएगा. दो लाख के लोन पर तीन प्रतिशत ब्याज की राहत, नौ लाख पर चार प्रतिशत की राहत, 12 लाख पर तीन प्रतिशत की राहत दी जाएगी. पिछले साल की तुलना में इस साल रबी की फसल अच्छी हुई है. जिन किसानों ने रबी की बुवाई के लिए कर्ज लिया था, सरकार उसके 60 दिन का ब्याज वहन करेगी. नाबार्ड और सहकारी बैंकों को वह राशि सरकार देगी.
लघु उद्यम
लघु उद्यम क्षेत्र (एमएसएमई) के लिए भी सरकार ने कुछ फैसले लिए हैं. लघु उद्यमियों के लिए क्रेडिट गारंटी की राशि एक करोड़ से बढ़कर दो करोड़ की जाती है. इसमें एनबीएफसी कंपनियों के लोन को भी शामिल किया जाएगा. छोटे व्यापारियों और दुकानदारों को इससे लाभ होगा. लघु व्यापार के लिए सरकार ने क्रेडिट लिमिट को 20 प्रतिशत से बढ़ाकर 25 प्रतिशत करने का निर्णय लिया है. डिजिटल लेनदेन की स्थिति में टैक्स आठ प्रतिशत के बजाय छह प्रतिशत की दर से लिया जाएगा.
गर्भवती महिलाएं
इनके लिए प्रधानमंत्री ने एक राष्ट्रीय स्कीम की घोषणा की. अब गर्भवती महिलाओं को डिलीवरी, टीकाकरण और पोषणयुक्त भोजन के लिए छह हजार रुपये दिए जाएंगे. ये राशि सीधे उनके अकाउंट में जारी की जाएगी. मातृत्व मृत्यु दर को रोकने के मकसद से इसको लांच किया जा रहा है.
वरिष्ठ नागरिकों को लाभ
वरिष्ठ नागरिकों को 10 साल के लिए 7.5 लाख तक की जमा पर आठ प्रतिशत ब्याज की गारंटी होगी. ब्याज का भुगतान मासिक किया जाएगा.
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री के भाषण को निराशाजनक बताया. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि उन्होंने कहा, ‘‘श्रीमान प्रधानमंत्री, लोग जानना चाहते थे कि पिछले 50 दिनों में आपने कितने लाख करोड़ का काला धन खत्म किया. आपने इस बारे में क्यों नहीं बोला ?’ सुरजेवाला ने कहा, ‘‘हम प्रधानमंत्री के भाषण से निराश हैं क्योंकि कई सवालों के जवाब नहीं दिए गए. उनके फैसले से अर्थव्यवस्था की कमर टूट गई. देश इस तरह नहीं चल सकता.”