एक महीने से अधिक समय से नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन में उस वक्त हंगामा मच गया। जब मंगलवार दोपहर एक शख्स पिस्टल लहराते हुए मंच तक पहुंच गया और प्रदर्शनकारियों को धमकाना शुरू कर दिया।
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, शख्स वहां लोगों से बात करने गया था और उसके पास लाइसेंसी पिस्तौल थी। लेकिन उसकी पिस्तौल देखते ही प्रदर्शनकारियों ने उसे दबोच लिया। ANI ने दिल्ली पुलिस के सूत्रों के हवाले से बताया कि पिस्तौल लेकर शाहीन बाग में घुसे शख्स की पहचान मोहम्मद लुकमान है और वो प्रॉपर्टी डीलर बताया जा रहा है।
Delhi Police sources: The person who had gone to Shaheen Bagh to talk to protestors and brandished a licensed pistol at the protest site, earlier today, has been identified as Mohammad Luqmaan. He claims to be a property dealer. https://t.co/p6toGgFKli
— ANI (@ANI) January 28, 2020
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पिस्टल लहराने वाला शख्स राजनीतिक पार्टी से जुड़ा है। प्रदर्शनकारी तासीर अहमद का कहना है कि पिस्टल लहराने वाला शख्स राजनीतिक पार्टी से जुड़ा है। वह मंच पर चढ़कर जान से मारने की धमकी दे रहा था। प्रदर्शनकारी शकील का कहना है कि आरोपी एक बिल्डर का पुत्र है, जिसे एक बड़े नेता का समर्थन है।
A man caught with live pistol during Anti CAA,NRC protests at Shaheen Bagh New Delhi on January 28/2020. Later he was handed over to police by local committees of Shaheen Bagh . pic.twitter.com/euXSwK3DWq
— Peerzada waseem?(پیرزادہ وسیم) (@waseemjourno) January 28, 2020
वहीं घटना पर जेएनयू की पूर्व छात्र नेता और एक्टिविस्ट शेहला राशिद ने बीजेपी को घेरने की कोशिश करते हुए इसे गृह मंत्री अमित शाह के बयान से जोड़ा है। शेहला ने ट्वीट कर कहा ‘बीजेपी के एक आदमी के कथित तौर पर शाहीन बाग में पिस्तौल लहराने का वीडियो देखा। वह लोगों को डराने की कोशिश कर रहा है। ये अमित शाह की ‘बदजुबानी’ का नतीजा है जिसका इस्तेमाल उन्होंने शाहीन बाग के निवासियों के खिलाफ किया है।’