श्रीनगर | प्रदेश की बीजेपी-पीडीपी सरकार ने ,आज बेहद ही चौकाने वाला निर्णय लेते हुए ,बुरहान वाणी के भाई की मौत पर मुआवजा देने का फैसला किया. बुरहान वाणी के भाई के अलावा उन 16 लोगो के परिवारों को भी मुआवजा देना का फैसला किया है जो आतंकी घटनाओ या सेना की आतंकियों के खिलाफ हुई कार्यवाही में मारे गए थे. फ़िलहाल सरकार के फैसले पर बाकी दलों की प्रतिक्रिया नही आई है.
हिजबुल आतंकी बुरहान वाणी के भाई खालिद वाणी की, इसी साल अप्रैल में , सुरक्षाबलो के साथ हुई मुठभेड़ में मौत हो गयी थी. सुरक्षाबलो का कहना था की खालिद मुजफ्फर वाणी , आतंकी संगठन हिजबुल का कार्यकर्ता था. हालांकि वहां के लोकल लोगो का कहना था की खालिद आतंकवादी नही था. खालिद को केवल इसलिए मारा गया क्योकि वो बुरहान वाणी का भाई था.
सरकार ने मंगलवार को एक नोटीफिकेसन जारी कर सूचना दी की खालिद वाणी के अलावा 16 और लोगो को मुआवजा दिया जा रहा है. इसका फोरमल आर्डर सात दिन बाद जारी किया जाएगा. इन सात दिनों में कोई भी अपनी आपत्ति दर्ज करा सकता है. अगर सात दिन के अन्दर कोई आपत्ति नही आती तो फॉर्मल आर्डर जारी कर दिया जायेगा.
मुआवजे के तहत 4 लाख रूपए की राशी परिजनों को दी जाती है. हालांकि सरकार के मुआवजे देने पर भी सवाल खड़े हो गए है. वो व्यक्ति जो आतंकी घटनाओ में या आतंकी घटनाओ के दौरान सेना की गोलीबारी में मारे जाते है उन्ही लोगो के परिजनों को यह मुआवजा दिया जाता है. मालूम हो की खालिद के बाद बुरहान को भी इसी साल जुलाई में मार गिराया गया. बुरहान की मौत के बाद पूरी घाटी सुलग गयी. घाटी में हुए हिंसक प्रदर्शन में करीब सौ लोग मारे गए.