उरी हमले के बाद पूरी दुनिया में पाक को अलग-थलग करने की कोशिशों के तहत केंद्र सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है. भारत ने इस साल पाकिस्तान में होने वाले सार्क सम्मेलन का बहिष्कार कर दिया है. ये सम्मेलन 8 और 9 नवंबर को इस्लामाबाद में होना है.
विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर इसकी जानकारी दी है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि मौजूदा हालात में भारत सार्क सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेगा. विदेश मंत्रालय ने ट्वीट किया कि क्षेत्रीय सहयोग और आतंक एक साथ नहीं चल सकते.
लेकिन भारत ने इस बार के चेयर देश नेपाल को जानकारी दी है कि लागातार सीमा पार से हो रहे आतंकवादी हमले और एक देश के क्षेत्र के दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में लागातार दख़लअंदाज़ी के कारण एक ऐसा माहौल बन गया है कि इस्लामाबाद में एक सफल सार्क सम्मलेन का माहौल नहीं रहा.
भारत क्षेत्रीय सहयोग और संपर्क के लिए दृढ़संकल्प है लेकिन ये सब आतंक मुक्त माहौल में ही हो सकते हैं. लेकिन अभी जो माहौल है, इसमें भारत इस्लामाबाद में हो रहे इस सम्मेलन में हिस्सा नहीं ले सकता. भारत जहां तक समझता है कि कुछ और देशों ने भी इस्लामाबाद में सार्क सम्मेलन के बारे में शंका जताई है. सूत्र बताते हैं कि ये देश अफ़ग़ानिस्तान, बांग्लादेश और भूटान हैं.