भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को 27 फरवरी को अपनी सीमा में प्रवेश के बाद बंदी बना लिया था। जिसके बाद अमेरिका के दबाव के चलते करीब 60 घंटे में अभिनंदन को छोड़ना पड़ा था। यूएस आर्मी के टॉप अफसरों ने पाक आर्मी पर बिना किसी सौदेबाजी के अभिनंदन को छोड़ने का दबाव बनाया था।
अमेरिका के Centcom कमांडर जनरल जोसेफ वोटेल ने पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा से बात की थी और कहा था कि विंग कमांडर अभिनंदन को जल्द से जल्द छोड़ दिया जाए। अमेरिका से पाकिस्तानी आर्मी चीफ को बातचीत करनी होती है तो Centcom कमांडर ही इसका मुख्य जरिया होते हैं। Centcom को ही अफगानिस्तान और पाकिस्तान में अभियानों को अंजाम देने की जिम्मेदारी दी गई है। अभी वह तालिबान से बातचीत करने में कूटनीतिक मदद देने में जुटा है।
अमेरिका के जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के चेयरमैन जनरल जोसेफ डनफोर्ड सहित अमेरिकी वार्ताकारों ने उनके पाकिस्तानी समकक्ष जनरल जुबैर महमूद हयात से भी बातचीत की थी और यह साफ कर दिया था कि बालाकोट पर भारत की आतंकवाद विरोधी कार्रवाई के बाद पाकिस्तानी ऐक्शन को अमेरिका तनाव बढ़ाने वाला कदम मान रहा है।
वहीं, पाकिस्तान की ओर से भी अमेरिका को संकेत दिए गए थे कि उनकी सरकार पर आतंरिक दबाव है कि भारतीय पायलट को न छोड़ा जाए। दूसरी ओर अमेरिकी वार्ताकारों ने पाकिस्तानी सेना से कहा था कि विंग कमांडर को ‘सौदेबाजी का जरिया’ बनाने की हरकत अमेरिका को मंजूर नहीं है।
बताया जा रहा है कि अमेरिकी और पाकिस्तानी अधिकारियों के बीच कई बार हुई बातचीत के बाद अभिनंदन की रिहाई पक्की हुई।