कल एक मामला सामने आया था जिसमे एक मुस्लिम युवती ने एक हिंदू लड़के से शादी कर ली थी जिसके बाद उस युवती के परिवार वालों ने उस लड़के को पीट-पीटकर सड़क में सबके सामने मार डाला और जनता वह कड़ी तमाशा देखती रही और किसी ने उस लड़के को बचाया तक नहीं जिसके बाद वह मुस्लिम युवती मीडिया के सामने आयी और उसने बताया कि कैसे उसकी मां भी उसके बात को नहीं सुनती थी।
जबकि उसका पति मुसलमान होने के लिए तैयार हो गया था इसके साथ ही उसने बताया कि वह अपने भाइयों से गुहार लगाती रही की उसके पति को ना मारे और वो चीखती चिल्लाती रही लेकिन उसके भाई ने उसकी एक न सुनी और उसके पति को उसी की आँखों के सामने मार डाला।
सुल्ताना और नागाराजू एक दूसरे को 11 साल से जानते थे और साथ में पढ़ते थे वहीं से प्यार हुआ और फिर दोनों ने शादी करने का फैसला किया। सुल्ताना के परिवार वाले नहीं माने, लेकिन इन दोनों ने शादी कर ली।
ये मामला हैदराबाद का और इस ऑनर किलिंग को लेकर अब एआईएमआईएम (AIMIM) अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी चुप्पी तोड़ी है और कहा है कि वो इस मामले में हत्यारों के साथ खड़े नहीं है। इस्लाम के हिसाब से भी ये गलत है।
ये मामला काफी सुर्खियों में बना हुआ और ओवैसी के बयान का सबको इंतज़ार था इसी के चलते हैदराबाद में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा- “हम सरूरनगर में हुई घटना की निंदा करते हैं। महिला ने स्वेच्छा से शादी करने का फैसला किया। उसके भाई को उसके पति को मारने का कोई अधिकार नहीं है। यह एक आपराधिक कृत्य है। संविधान और इस्लाम के अनुसार सबसे खराब अपराध।”
वही इस घटना को कल से एक और रंग दिया जा रहा है की आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है इस पर ओवैसी ने कहा- “क्या यहां की पुलिस ने आरोपी को तुरंत गिरफ्तार नहीं किया? उन्होंने उसे गिरफ्तार कर लिया है। हम हत्यारों के साथ खड़े नहीं हैं”।