देश एक के बाद एक बैंकिंग घोटालों का सामना कर रहा है. 12000 हजार करोड़ का PNB घोटाले के बाद लगातार एक के बाद एक करोड़ो के घोटाले सामने आ गए. अब एक और घोटाला सामने आया है. जो ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (ओबीसी) से जुड़ा है.
दिल्ली की ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (ओबीसी) की एक शाखा में 389.85 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ. इस मामले में सीबीआई ने गुरुवार को द्वारका दास सेठ इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
कंपनी ने ओबीसी से 2007 से 2012 के दौरान कुल 389 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था. बैंक की ओर से कराई गई जांच में पाया गया कि कंपनी ने लेटर ऑफ क्रेडिट का इस्तेमाल सोने और दूसरे कीमती रत्नों की खरीद का भुगतान करने के लिए किया. कंपनी ने फर्जी लेनदेन का उपयोग कर सोने और धन को देश से बाहर भेजा.
सीबीआई ने कंपनी के निदेशकों सभ्य सेठ, रीता सेठ, कृष्ण कुमार सिंह, रवि सिंह एवं एक अन्य कंपनी द्वारका दास सेठ एसईजेड इनकॉर्पोरेशन के खिलाफ मामला दर्ज किया है. बैंक ने अपनी पड़ताल के बाद दावा किया कि सभ्य सेठ और अन्य निर्देशक अपने परिवार वालों समेत पिछले 10 महीनों से अपने घरों में नहीं मिले. ऐसा संदेह है कि सभ्य सेठ ने भारत छोड़ दिया है.
सेठ और अन्य निर्देशकों की लोकेशन का अभी पता नहीं चला पाया है. सीबीआई का कहना है कि यह कंपनी कुछ ऐसी कंपनियों के साथ भी लेनदेन कर रही थी, जो अस्तित्व में ही नहीं हैं.