कोलकाता | नोट बंदी के विरोध में आज विपक्ष ने ‘आक्रोश दिवस’ मनाया. पुरे देश में जगह जगह प्रदर्शन किये गए वही कुछ राज्यों में बंद का आह्वाहन भी किया गया. हालांकि इस मुद्दे पर विपक्ष बंटा हुआ दिखा लेकिन संसद में सब एक दिखाई दिए. उधर ममता बनर्जी ने प्रतिज्ञा लेते हुए कहा की मैं प्रधानमंत्री मोदी को राजनीती से बाहर कर ही दम लुंगी. उधर विपक्ष के भारत बंद के आह्वाहन को कांग्रेस ने अफवाह करार दिया और इसके लिए मोदी को जिम्मेदार ठहरा दिया.
सोमवार को विपक्ष ने नोट बंदी का विरोध करने के लिए ‘आक्रोश दिवस’ मनाने का फैसला किया था. विपक्ष के विरोध प्रदर्शन का देश में मिला जुला असर दिखाई दिया. कामरेड ने जहाँ भारत बंद करने का आह्वाहन किया था वही कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बसपा ने विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया . CPI ने सुबह ही बिहार के दरभंगा में ट्रेन रोकी तो लखनऊ में समाजवादी पार्टी ने ट्रेन रोककर विरोध प्रदर्शन किया.
वही पश्चिम बंगाल में कामरेड ने 12 घंटे का बंद रखा , सडक पर गाडिया नही चली. लेकिन तृणमूल कांग्रेस ने बंद की बजाय विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया. करीब एक बजे ममता बनर्जी सडक पर उतरी. ममता बनर्जी ने मोदी पर हमला बोलते हुए कहा की वो रात को भगवान् की तरह टीवी पर आये और बोल दिया की आज से तुम्हारे 500 और 1000 के नोट आज से बंद.
ममता ने आगे कहा की मोदी जी आपने एक झटके में देश के गरीब, किसान और मजदूर को परेशान करने का फैसला कर लिया. आपने किसी से पुछा की आपको 500 और 1000 के नोट की जरुरत है. आपके एक फैसले से देश में आर्थिक आपातकाल है. बाजार, सिनेमा, थिएटर सब प्रभावित हुए है लेकिन आपको किसी की परवाह नही है.
ममता बनर्जी ने प्रतिज्ञा लेते हुए कहा की मैं जिऊ या मरू लेकिन मैं मोदी को राजनीती से बाहर करके ही रहूंगी. मोदी जी अगर नोट बंदी का फैसला वापिस नही लेते है तो मैं लखनऊ भी जाउंगी. वहां अखिलेश यादव हमारा साथ देंगे. हम अपने आन्दोलन से पीछे हटने वाले नही है.