नई दिल्ली: कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई के अध्यक्ष फिरोज खान (Fairoz Khan) ने यौन शोषण के आरोपों में घिरने के बाद पद से इस्तीफा दे दिया है। उन पर संगठन से जुड़ी एक लड़की ने यौन शोषण का आरोप लगाया। खान ने सोमवार को इस्तीफा सौंपा और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया।
जम्मू-कश्मीर से ताल्लुक रखने वाले खान पर छत्तीसगढ़ की एक लड़की ने कुछ महीने पहले यौन शोषण का आरोप लगाया था जिसके बाद पार्टी ने तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया था। समिति ने रिपोर्ट तैयार कर ली थी और जल्द ही सौंपने वाली थी।
जांच के लिए बनी कांग्रेस की आंतरिक कमेटी में ऑल इंडिया महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुष्मिता देव, लोकसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा और पार्टी की नेशनल मीडिया पैनलिस्ट रागिनी नायक शामिल हैं। इससे पहले, बुधवार को कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने इस मामले में जांच के लिए आंतरिक कमेटी बनाए जाने की बात की घोषणा की थी। उनका कहना था कि यह कमेटी सभी पक्षों को बराबरी से सुनेगी।
फिरोज खान पर छत्तीसगढ़ की एक युवती ने संगठन में पद देने की एवज में अश्लील बात करने का आरोप लगाया था। उसने इस मामले में एक व्हाट्सऐप चैट को भी सार्वजनिक कर दिया था। युवती ने इस बाबत पुलिस के सामने शिकायत भी दर्ज कराई थी।
एनएसयूआई के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया है कि फिरोज खान ने नैतिक आधार पर अपने पद से इस्तीफा दिया है। खान ने अपने ऊपर लगे आरोप को गलत करार दिया और कहा कि उन्होंने पार्टी की छवि की खातिर इस्तीफा दिया है। उन्होंने ‘भाषा’ के साथ बातचीत में कहा, ‘‘मैंने कल इस्तीफा दे दिया है। मैं आज भी इस बात पर कायम हूं कि मुझ पर लगे आरोप गलत हैं। मैं अदालत जाऊंगा। मैंने पार्टी की छवि की खातिर इस्तीफा दिया है।’’
वहीं, एनएसयूआई के प्रवक्ता साइमन फारूकी ने इस बारे में पत्रकारों को बताया, “फिरोज पर इस्तीफे का कोई दबाव नहीं था। पर लगातार लग रहे आरोपों के मद्देनजर उन्होंने यह फैसला लिया। संगठन ने उनका इस्तीफा स्वीकार लिया है।”