वौइस् हिंदी नेटवर्क | 8 नवम्बर को जैसे ही खबर आई की प्रधानमंत्री मोदी देश को संबोधित करने जा रहे है तो सबको लगा की शायद पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध शुरू करने की घोषणा करने वाले है. लेकिन मोदी ने जैसे ही राष्ट्र को संबोधित करना शुरू किया, धीरे धीरे समझ आने लगा की , पाकिस्तान के साथ युद्ध की घोषणा नही बल्कि भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ युद्ध की घोषण करने वाले है.
मोदी जी ने जैसे ही कहा की आज रात से 500 और 1000 के नोट लीगल टेंडर ( वैध ) नही रहेंगे , पुरे देश में हडकंप मच गया. सब लोग अपने घर में मौजूद 500 और 1000 के नोट गिनने लगे. हालाँकि मोदी ने यह भी घोषण की , की 50 दिन तक आप अपने नोट बैंक में जाकर बदल सकते है. इसके अलावा सभी बैंक एटीएम से पैसे निकाले जा सकेगें.
देश में मौजूद करीब 2 लाख एटीएम , पैसे वितरण करने का एक बहुत बड़ा माध्यम थे. सबको लगा की बैंक शाखाओ और एटीएम से देश की सारी करेंसी को आसानी से बदल दिया जाएगा. दो दिन में ही भारतीय बाजार धरासायी हो गया, किसी के पास खरीदने के लिए 100 या इससे छोटे पैसे नही थे क्योकि देश के लगभग 86 फीसदी नोट बंद हो चुके थे.
500 और 1000 के नोट कोई लेने के लिए तैयार नही था और 100 या इससे छोटे पैसे मुट्ठी भर लोगो के पास थे वो भी कुछ ही मात्रा में . 10 तारीख को बैंक खुले, बैंकों के सामने लम्बी लम्बी लाइन, जिसके पैसे बदल गए वो खुश लेकिन यह ख़ुशी जल्द ही गम में बदल गयी जब उसको पता चला की यह नोट भी बाजार में नही चलेगा क्योकि बाजार में नए नोट है ही नही. अब सबकी उम्मीद एटीएम पर थी. 11 को एटीएम खुलने थे, रात से ही लोगो ने एटीएम के आगे लाइन लगाके खड़े हो गए.
कब तक मिलेगे एटीएम से नोट
वैसे एटीएम से नए नोट कब तक मिलने शुरू इसका सही जवाब तो सरकार या आरबीआई ही डे सकती है लेकिन हम यहाँ तकनीक को लेकर कुछ अंदाज़ा लगा सकते है. एटीएम में नए नोट लगाना कितना गंभीर मामला है इसका अंदाज़ा करने के लिए पहले यह जाने की एटीएम का पासवर्ड सिर्फ 4 अंकों का क्यों होता है ? एटीएम बनाने वाले साइंटिस्ट शेफ़र्ड बारेन ने पहले जो एटीएम डिजाईन किया था उसमे पासवर्ड चार अंकों से अधिक संख्या का होता था लेकिन उनकी पत्नी को मात्र 4 अंक याद रहते थे इसीलिए वैज्ञानिक महोदय ने अपनी पत्नी को डेडीकेट करते हुए फिर से प्रोग्रामिंग कर डाली जिसमे पासवर्ड 4 अंकों का रखा गया. दुनियाभर में एटीएम इस्तेमाल होते है लेकिन कभी भी पासवर्ड की संख्या नही बढ़ाई गयी क्यों की अब सभी एटीएम एक दुसरे से इंटरकनेक्ट है अगर कोई बैंक अपने एटीएम के पासवर्ड को अपडेट करके 8 अंकों का करना चाहे तो उसके साथ साथ दुसरे बैंकों पर भी असर पड़ेगा क्यों ज़रूरी नही की दुसरे बैंक ने भी 4 की जगह 8 अंको का पासवर्ड बनाया हो.
इसका एक तरीका यह है की एक साथ सभी बैंकों के सॉफ्टवेर अपडेट किये जाए और उतने दिनों के लिए एटीएम की सर्विस को बंद कर दिया जाये और फिर दोबारा से शुरू किये जाएँ तो आप अंदाज़ा लगा सकते है की इस काम में कितना समय लगेगा और कितने बैंक इसके लिए तैयार होंगे?
अब आते है नए नोटों के मुद्दे पर उसमे भी यही कहानी है अब यहाँ तो प्रॉब्लम है उसके तीन कारण है
- नोट निकालने वाली कैसेट छोटी, नोट का साइज़ बड़ा
- मशीन के अंदर 2000 के नोट के लिए जगह ही ना होना
- सॉफ्टवेर में 2000 रुपए का नोट की प्रोग्रामिंग ना होना
आइये आपको समझाते है इसका कारण क्या है? एटीएम में चार बॉक्स होते है. 2 बॉक्स 100 100 के नोट के लिए, एक 500 के नोट के लिए और एक 1000 के नोट के लिए. अब हो क्या रहा है , जो नए 2000 और 500 के नए नोट जारी किये गए है वो पुराने नोट के मुकाबले छोटे है और उनका वजन भी पहले नोटों के मुकाबले कम है.
इसी वजह से एटीएम में नए नोट नही लगाए जा सकते. इससे पहले सारे एटीएम के अन्दर नए बक्से लगाए जायेगने उसके बाद ही इन एटीएम से नए नोट निकाले जा सकते है. इस काम में कितना समय लगेगा, यह तो आरबीआई के लोग ही बता सकते है लेकिन यह तय है की लोगो की मुसीबते अभी कम होने नही जा रही है. वैसे तो ज्यादातर एटीएम बंद ही है लेकिन जो खुले भी है उनसे केवल 100 के नोट निकल रहे थे. चूँकि देश में 100 के नोट इतनी बड़ी संख्या में नही है इसलिय यह परेशानी और बढने वाली है.
अब अगर हम इस बात को ध्यान में रखकर की इन दिनों बैंक कर्मचारी बहुत अधिक व्यस्त है तो आप आसानी से अंदाज़ा लगा सकते है की एटीएम अपडेट होने और उसमे से नए नोट मिलने में कितना समय लगेगा.