तंजील अहमद ने मौत से पहले बचाई बच्चों की जान

नैशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) के अधिकारी तंजील अहमद पर हमले में उनकी पत्नी और दो बच्चे बच गए। हमलावरों के आते ही तंजील को हमले का अंदेशा हो गया था। उन्होंने तुरंत पिछली सीट पर बैठे बच्चों को छिपने के लिए बोल दिया था। दोनों बच्चे सीट के नीचे छुप गए, जिससे उनकी जान बच गई।

पुलिस का कहना है कि हमलावरों के निशाने पर सिर्फ तंजील अहमद ही थे। वारदात को बड़ी साजिश के तहत अंजाम दिया गया। तंजील अहमद मूलरूप से बिजनौर के सहसपुर के रहने वाले थे। वह परिवार के साथ दिल्ली में रहते थे। परिजनों ने बताया कि शुक्रवार को वह बिजनौर आए थे।

शनिवार रात तंजील अहमद की भांजी की शादी थी। इसमें शामिल होने के लिए उनकी पत्नी फरजाना और बेटा शाहबाज (11) और बेटी जिमनीश (15) भी उनके साथ थे। शनिवार देर रात करीब 12:40 बजे वह अपनी कार से परिवार के साथ घर लौटने लगे। रास्ते में तालकटोरा पुलिया पर बने ब्रेकर की वजह से जैसे ही उन्होंने कार धीमी की तभी पहले से घात लगाए बाइक सवार दो बदमाशों ने घेर लिया।


(तंजील अहमद के परिजन, PTI फोटो)

पहचान के बाद हमला
बरेली जोन के आईजी विजय कुमार मीणा ने बताया कि जिस कार से तंजील अहमद आए थे उसमें परिवार के लोग पहले भी दो बार उसी रास्ते से गए थे। उस समय हमला नहीं किया गया। उस कार में तीसरी बार NIA अधिकारी अपने परिवार के साथ आ रहे थे तब हमलावरों ने पहले उनकी पहचान की। पुलिया पर कार धीमी हुई तब हमलावरों ने करीब जाकर ड्राइविंग सीट पर देखा कि तंजील अहमद हैं, इसके बाद हमला किया गया।

2 बार रीलोड की पिस्तौल
बताया जा रहा है हमलावरों ने पहले तंजील पर तीन राउंड फायर किया। इसके बाद पिस्तौल लॉक हो गई। बदमाशों ने इसे दोबारा रीलोड कर 30 से ज्यादा राउंड फायरिंग की गई। इसमें बीच में आई उनकी पत्नी को भी गोली लग गई।

बॉडी में थी 24 बुलेट
NIA अधिकारी तंजील अहमद का मुरादाबाद में रविवार को पोस्टमॉर्टम किया गया। डॉक्टर एन. के. सिंह ने बताया कि डीएसपी को 24 गोलियां मारी गई थीं। इनमें से 12 बुलेट पेट और गले से निकाली गईं, जबकि 9 बॉडी के आरपार हो गई थीं। 3 गोली शरीर को छूकर निकल गई थी।


(NIA अधिकारी, PTI फोटो)

आईजी ने बताया किया कि हमलावरों के निशाने पर सिर्फ तंजील अहमद ही थे। हमलावरों ने पहले तंजील अहमद की पहचान की फिर ताबड़तोड़ फायरिंग की। उनका मकसद मौके पर ही उन्हें मार डालना था, इसलिए सीने और गले को निशाना बनाते हुए गोलियां चलाई गईं।

यूपी पुलिस के बरेली जोन के आईजी विजय कुमार मीणा ने बताया, ‘यूपी एटीएस, एसटीएफ, एनआईए समेत बिजनौर पुलिस की 6 टीमें जांच कर रही हैं। आतंकी गतिविधियों से लेकर सभी एंगल पर जांच हो रही है। संदिग्ध लोगों से पूछताछ की जा रही है। मौके से फरेंसिक सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है।’ (NBT)

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