राजस्थान के राजसमंद ज़िले में बुधवार को लव जिहाद के नाम पर की गई मुस्लिम बुजुर्ग मोहम्मद अफराजुल की निर्मम हत्या के मामले में कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि अब तो जानवरों का भी इंसानियत से यकीन उठ जाएगा.
आयोग के अध्यक्ष जस्टिस प्रकाश टाटिया इस घटना को मानवता की मौत करार देते हुए कहा कि “इंसान को रचियता की श्रेष्ठ कृति माना जाता है. मगर इस घटना पर पशु भी कह रहे होंगे कि इंसान से तो वे भी बेहतर हैं.”
टाटिया ने कहा कि ये मानवधिकार की हत्या नहीं, बल्कि यह मानवता की मौत है. उन्होंने कहा, “जानवर भी सोचते होंगे कि वे पशु होकर इंसान से ज्यादा अच्छे हैं. ऐसा घृणित कृत्य मानव ही कर सकता है, पशु नहीं.”
उन्होंने कहा कि पशु भाग्यशाली है कि वे मानव नहीं है, मानव इस धरती के रचयिता की सर्वश्रेष्ठ कृति है, मगर इस घटना के बाद इस कथन का औचित्य समाप्त हो चुका है. उन्होंने कहा, “इस घटना से मैं बहुत विचलित हुआ हूँ, हम आज शर्मिंदा हैं.
आयोग ने इस मामले में सरकार को 19 दिसंबर तक जांच कर रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए हैं. टाटिया ने कहा, ‘हमने प्रकरण दर्ज कर तथ्यात्मक रिपोर्ट तलब की है. रिपोर्ट मिलते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.