सलाफी स्कॉलर जाकिर नाईक पर अब अपनी एनजीओ के माध्यम से कथित तौर पर आईएस के संदिग्धों को स्कॉलरशिप देने का आरोप लगा हैं. इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) की ओर से आईएस के संदिग्ध अनस को 80,000 रुपये बतौर स्कॉलरशिप दिए जाने का दावा किया जा रहा हैं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान के टोंक का रहने वाले अनस को एनआईए जनवरी में राजस्थान से गिरफ्तार किया था. एनआईए का दावा है कि आईआरएफ ने अनस को 80 हजार रुपये की छात्रवृत्ति दी थी. अनस ने सीरिया जाने की योजना भी बनाई थी. फिलहाल वह दिल्ली के तिहाड़ जेल में है.
कहा जा रहा हैं कि अनस लगातार आईआरएफ के पदाधिकारियों के संपर्क में था और अनस के बैंक खाते में यह रकम ट्रांसफर की गई. अनस का खाता राजस्थान के टोंक में स्थित आईसीआईसीआई बैंक में है.
गौरतलब रहें कि केंद्र सरकार ने हाल ही में गैरकानूनी गतिविधि (निवारण) कानून के तहत कार्रवाई करते हुए पांच साल के लिए प्रतिबंधित किया हैं. इसके साथ ही आईआरएफ के खिलाफ आतंकवाद विरोधी कानून यूएपीए और आईपीसी की धारा 153 ए के तहत मामला दर्ज भी किया गया हैं.