बीते दिनों पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) दौरे के दौरान हिंदूवादी संगठनों की और से किये गए हंगामे के विरोध में यूनिवर्सिटी के केरल स्थित मल्लपुरम सेंटर में भी विरोध देखने को मिला.
मल्लपुरम सेंटर में इस घटना के विरोध में छात्रों ने कक्षाएं बंद करवा दी और मार्च करते हुए शहर में जाने की कोशिश करने लगे. लेकिन सेंटर प्रशासन की और से उन्हें समझा-बुझा कर रोक दिया गया.
इस मौके पर सेंटर के डायरेक्टर असिस्टेंट प्रोफेसर अब्दुर रशीद केएम ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) में हुई इस आपराधिक घटना के विरोध में आज मल्लपुरम सेंटर का टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ AMU छात्रों के साथ खड़ा हुआ है. साथ ही अब वक्त आ गया है कि AMU के संघर्ष में खुलकर साथ दिया जाए. उन्होंने कहा कि सुनियोजित तरीके से यूनिवर्सिटी का माहोल बिगाड़ा जा रहा है.
वहीँ असिस्टेंट प्रोफेसर शाहनवाज मालिक ने छात्रो को घटना का ब्यौरा देते हुए कहा कि ये पूरा घटनाक्रम एक सुनियोजित साजिश है. जो जेएनयू, हेदराबाद यूनिवर्सिटी में, जादवपुर यूनिवर्सिटी में और दूसरी जगहों की तरह पर अमल में लाई गई है. उन्होंने टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ सहित छात्रों से अपील की कि वे इस संघर्ष को न केवल मजबूत करे बल्कि समझदारी के साथ इस साजिश को पर्दाफाश करे.
शाहनवाज मालिक ने आगे कहा कि हम उस्ताद बाद में है पहले अलीग है और ये हमला केवल अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) पर नहीं बल्कि हम पर हमला है. इस परेशानी की घड़ी में हम छात्रों के साथ पूरी तरह से खड़े हुए है. यूनिवर्सिटी का माहोल खराब करने और पुलिस के लाठी चार्ज की हम एक शब्दों में कड़ी निंदा करते है.
उन्होंने सरकार से निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और लाठीचार्ज करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की भी बात कही. इसके अलावा असिस्टेंट प्रोफेसर शकील अहमद ने आगे आकर मौर्चा सँभालने की अपील करते हुए कहा कि आरएसएस को AMU के मामले में दखल देने से रोका जाए.
इस दौरान डॉ बशीर अहमद, डॉ फैजल और आजम खान ने अपने विचार व्यक्त किये. साथ ही आमिर अलीग, आमिर हुसैन, मुहम्मद परवेज, मुजक्किर समेत अनेक छात्र और मुहम्मद अबू शाहिद, ग़ालिब नश्तर, नजमुद्दीन, राहुल राजन, अब्दुल अज़ीज़, शुभम यादव, खालिद फैजान, अमन आलम, शाहबाज समेत सभी टीचर भी उपस्थित रहे.