नई दिल्ली – दो दिन से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे गाजियाबाद के तथाकथित अर्थला बलात्कार मामले पर वरिष्ठ पत्रकार एंव किसान क्रान्तिदल के नेता अमरेश मिश्रा भाजपा आईटी सेल के प्रोपगेंडे की पोल खोलकर रख दी है।
अमरेश ने कहा कि बलात्कार का कोई मामला हो, निंदा करने मे सबसे आगे रहा हूं। अगर साधू, मौलवी या पादरी ऐसे मामले मे दोषी पाये जाँय तो उन्हे दूसरो की तुलना मे ज्यादा बडा गुनहगार माना जाना चाहिये। और उन्हे कड़ा से कड़ा दंड दिया जाना चाहिये। पर अर्थला ‘बलात्कार’ कांड और गाजियाबाद के मदरसे मे हिंदू लड़की गीता से मौलवी द्वारा तथाकथित दुष्कर्म की अफवाह फैलाना बंद कीजिये।
उन्होंने कहा कि नाबालिग लड़की ने बक़ायदा मेजीस्ट्रेट के सामने बयान दिया है। उस बयान मे एक अवयस्क लडके का जिक्र किया है जिसके साथ वो गाज़ियाबाद गयी थी। वह लड़का गिरफ्तार हो चुका है। सी सी टी वी फुटेज मे भी लड़की एक लड़के के साथ जाते हुए दिख रही है। पुलिस के अनुसार लड़की गाज़ियाबाद के मदरसे के पास से बरामद हुई।
अमरेश ने आगे कहा कि चूंकि लड़की का बयान एक मेजीस्ट्रेट के आगे हो गया है, तो हमे उस पर चलना चाहिये। लड़की ने ये नही कहा कि अवयस्क ने उसका बलात्कार किया। ना लडक़ी ने ये कहा कि उस अवयस्क लडके ने उसे मदरसे मे कैद करके रखा था। लड़की ने बयान मे नशीली दवाएं दी जाने की बात का तो ज़िक्र तक नही किया!
किसान क्रान्तिदल के अध्यक्ष ने कहा कि लडक़ी ने अपने बयान मे किसी मौलवी की भी बात नही की। पुलिस ने किसी मौलवी को गिरफ्तार नही किया है। इस केस मे कई संदिग्ध पहलू हैं। कठुआ मे हम पुलिस की चार्जशीट को सही मान कर चले। उन्नाव मे पीड़िता स्वयं कैमरे के सामने बयान देने आयी थी। अगर दुष्कर्म हुआ है, तो मौलवी क्या हम किसी को नही छोड़ेगें। पर सिर्फ तथ्यपूर्ण बातों पर ही भरोसा करिये. बीजेपी आईटी सेल के प्रोपगंडा पर नही।