गोरखपुर: केरला के कुछ इलाकों में निपाह वायरस से मौत के मामले सामने आए. जिसके बाद देश भर में निपाह वायरस को लेकर एक डर सा उत्पन्न हो गया. जिसके बाद सरकार ने भी चेतावनी जारी की है.
इसी बीच डॉ कफील खान ने एक वीडियो जारी किया. जिसमे उन्होंने निपाह वायरस से बचाव के तरीके बताए. डॉ कफील ने बताया कि निपाह वायरस सबसे ज्यादा दिसंबर से लेकर मई तक फैलता है. डॉ कफील ने बताया कि निपाह वायस क्या है ?
कफील ने कहा कि यह एक ऐसा वायरस है, जो चमगादड़ में रहता है. अगर चमगादड़ किसी फल को खा ले या उस फल पर चमगादड़ का लार या पेशाब रह जाये और उस फल को इंसान खा ले तो ऐसे में उस इंसान को निपाह वायरस होने के संभावना बनी होती है.
इसके अलावा, जिसको इंफेक्शन है, उसके छींकने और खांसने से आसपास खड़े लोगों में वायरस फैल सकता है. इंसान को कोमा तक ले जाने के लिए निपाह वायरस 24 से 48 तक का वक्त लेता है. जिसमें मौत होने की 70 प्रतिशत संभावना बनी रहती है.
वायरस से बचाव की जानकारी देते हुए बताया कि इंसान को जितना हो सके उतना कोशिश करे कि वह चमगादड़ और सुअर के आसपास जाने से बचे. वहीं अगर किसी को यह वायरस हो गया तो उसके कॉन्टैक में आने से बचे. इसके अलावा, फल को अच्छे से धोकर खाये. हाथ बार-बार धोए और खांसते व छींकते समय रूमाल का इस्तेमाल करे.