बेंगलुरु में दो समुदायों के बीच सांप्रदायिकता फैलाने के उद्देश्य से फ़र्ज़ी खबर चलाने के आरोप में पोस्टकार्ड वेबसाइट के एडिटर महेश हेगड़े को गिरफ़्तार किया गया है. साथ ही पुलिस हेगड़े के दो सहयोगियों की तलाश कर रही है.
पुलिस के अनुसार, 11 मार्च को postcard.news वेबसाइट पर एक रिपोर्ट छपी थी, जिसमें एक जैन मुनि श्री उपाध्याय मयंक सागर जी महाराज पर मुस्लिम शख़्स के द्वारा हमला करने की बात कही गई थी. हालांकि जैन मुनि के साथ सड़क दुर्घटना हुई थी.
बेंगलुरू पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर सतीश कुमार के अनुसार जब मुनि का इलाज चल रहा था तो उनके अनुयायियों ने तस्वीर ली थी. अभियुक्त ने इस तस्वीर का इस्तेमाल किया और ख़बर दी कि मुनि पर एक मुसलमान ने हमला किया. उन्होंने बताया कि ख़बर की “हेडलाइन थी कि ”जैन मुनि पर मुसलमानों ने हमला किया.
उन्होंने बताया, वेबसाइट के एडिटर महेश विक्रम हेगड़े को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया और सेक्शन 153 ए (समुदायों के बीच नफ़रत फैलाना), 120 बी (साज़िश), और 34 (एक ही मंशा से कई लोगों द्वारा किया गया जुर्म) के तहत न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. साथ ही आईटी एक्ट के सेक्शन 66 में भी मामला दर्ज हुआ है.
इस मामले में खुलकर बीजेपी आरोपी के समर्थन में आ गई. केंद्रीय राज्यमंत्री अनंत कुमार हेगड़े ने कहा कि “सिद्धारमैया सरकार को शर्म आनी चाहिए जो महेश हेगड़े को गिरफ़्तार कर तानाशाह जैसा बर्ताव कर रही है. बुज़दिलों जैसे कदम उठाने की बजाए हमसे लोकतांत्रिक तरीके से लड़िए”.
वहीं कर्नाटक भाजपा के महासचिव सीटी रवि ने ट्वीट किया, “एंटी-हिंदू सिद्धारमैया ने लेखक भगवान को गिरफ़्तार क्यों नहीं किया जिन्होंने भगवान श्रीराम का अपमान किया? जिन्होंने वीर मादाकरी नायक का अपमान किया, वे अभी तक क्यों खुले घूम रहे हैं? क्या अभिव्यक्ति की आज़ादी आप लोगों के लिए ही है?”