नई दिल्ली: सीबीआई में जारी घमासान के बीच सीबीआई के डायरेक्टर आलोक वर्मा को लीव पर भेज नागेश्वर राव को CBI का अंतरिम डायरेक्टर बनाया गया है। सरकार ने घूसकांड के चलते दोनों से कामकाज वापस ले लिया है और दोनों अधिकारियों को छुट्टी पर भेज दिया।
ऐसी सूचना है कि सीबीआई मुख्यालय सील कर दिया गया है। वहां न तो सीबीआई कर्मियों और न ही बाहरी लोगों को जाने की इजाजत दी जा रही है, क्योंकि अधिकारियों की एक टीम इमारत में है। बताया जा रहा है कि पीएम के निर्देश पर यह कार्रवाई हुई है।
There will be no movement of officials or files at CBI Director's office and CBI Special Director Rakesh Asthana's office till 2 pm today: CBI sources
— ANI (@ANI) October 24, 2018
इसके साथ ही सीबीआई ने अपने 2 बड़े अधिकारियों पर भी कार्रवाई की है और संयुक्त निदेशक मनीष सिन्हा और एके शर्मा को भी हटा दिया गया है। एम नागेश्वर राव तेलंगाना के वारंगल जिले के रहने वाले हैं। 2016 से CBI में ज्वाइंट डायरेक्टर हैं। एम नागेश्वर राव 1996 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं।
M Nageshwar Rao appointed as the interim director of the Central Bureau of Investigation with immediate effect
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— ANI Digital (@ani_digital) October 24, 2018
बता दें कि राकेश अस्थाना के खिलाफ एक कारोबारी ने 5 करोड़ रुपए रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी है। इसी मामले में सीबीआई के डीएसपी देवेंद्र कुमार को सोमवार को सीबीआई ने गिरफ्तार भी किया था। जिन्हें मंगलवार को 7 दिन की सीबीआई कस्टडी में भेज दिया गया है।
वहीं राकेश अस्थाना पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक रही थी, जिसके चलते उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट का रुख किया। जहां से उन्हें राहत मिल गई है और कोर्ट ने फिलहाल अस्थाना की गिरफ्तारी पर रोक लगाते हुए सीबीआई को यथास्थिति बरकरार रखने का निर्देश दिया है।