हिन्दुस्तान के मशहूर शायरों में गिने जाने वाले शायर मुनव्वर राणा बुधवार को काशी में मुशायरे के प्रोग्राम में पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने भोपाल में कथित सिमी सदस्यों के एनकाउंटर कोफर्जी बताते हुए कई सवाल खड़े कर दिए.
उन्होंने कहा कि ऐसा भी कोई एनकाउंटर होता है जिसमें पांच-दस पुलिस वाले मारे न जाएं. ये कोई नई बात नहीं. पहले भी इस तरह के फर्जी एनकाउंटर होते रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा, यह दीगर है कि तब बदले की भावना से गांजे की पुड़िया दिखा कर किसी का एनकाउंटर किया जाता था, तब जिसका एनकाउंटर करना होता था उसकी जेब से एक कट्टा दिखाया जाता थाष अब तो अब पब्लिक डिमांड और किसी के कहने पर एनकाउंटर होता, फांसी दी जाती है.
मुनव्वर राणा ने तंज कसते हुए कहा, किसी की जेब से ऊर्दू ज़ुबान में लिखा खत दिखा कर उसे आतंकी घोषित कर दिया जाता है. मानें अब ये ऊर्दू ज़ुबान भी आतंकी होने का प्रमाण पत्र हो गई हो. उन्होंने कहा तमाशा बन कर रह गई है राजनीति. इसके अलावा उन्होंने एक बार फिर से एक बार फिर इन्टॉलरेंस का मुद्दा उठाते हुए कहा कि भारत में अब भी ऐसा ही माहौल है.