ईद पर अब्बास का पसंदीदा खाना बनाती थीं मां हीराबेन, PM मोदी के घर पला-बढ़ा था मुस्लिम लड़का

मोदी जी की मां का 100वां जन्मदिन है जिसके चलते वह अपनी मां के पास पहुंचे और उन्होंने अपनी बचपन की यादो को फिर से ताज़ा किया। माँ हीराबेन इस खूबसूरत मौके पर मोदी जी से मिलने गांधी नगर पहुंची जहा उन्होंने अपनी माँ के पैर धोकर उनके चरण स्पर्श किये।

जिसके बाद माँ ने मोदी जी का मुँह मीठा कराया अपनी आ के जन्मदिन को ख़ास बनाने के लिए पीएम ने ब्लोग्स के ज़रिये अपन पुरानी यादों को ताज़ा किया।

मोदी जी ने लिखा कि जब वो छोटे थे तो उनका घर भले ही छोटा था लेकिन उनकी मां का दिल बहुत बड़ा था वह दूसरों की ख़ुशी देखकर बेहद खुश रहा करती थी उन्होंने इसका उदाहरण देते हुए एक कहानी शेयर की उन्होंने बताया कि उनके घर से थोड़ी दूर एक गांव था वहां उनके पिता के मुस्लिम दोस्त रहा करते थे जिनसे उनकी गहरी दोस्ती थी अचानक से उनके मित्र की मृत्यु हो गई जिसके चलते उनका एक बेटा अब्बास यतीम हो गया अपने दोस्त के बेटे को इस तरह से असहाय देख कर उनके पिता अब्बास को हमारे ही घर ले आए थे इस तरह से अब्बास हमारे घर में ही रहकर पढ़ा.

आगे वो लिखते है हम सभी बच्चों की तरह मां अब्बास का भी बहुत ज्यादा ध्यान रखती थी ईद के लिए उसके पसंदीदा खाने बनाया करती थी यही नहीं जब भी कोई त्यौहार आता तो जितने भी बच्चे होते वो हमारे ही घर आकर खाना खाते थे क्योकि उन्हें भी मेरी मां के हाथ का बनाया खाना बहुत ही ज्यादा पसंद था.

इसके आगे प्रधानमंत्री लिखते हैं कि हमारे घर के आस-पास काफी साधु संत भी आया करते थे उन्हें भी बुला कर माँ अक्सर भोजन कराया करती थी जब वह जाने लगते तो मैं उनसे कहती कि हम भाई बहनों को आशीर्वाद दें इसके साथ ही वह उनसे कहत कि मेरी संतानों को आशीर्वाद दीजिए कि वह दूसरों के सुख में सुख देखें और दूसरों के दुख से दुखी हो मेरे बच्चों में भक्ति और सेवा भाव पैदा हो सके।

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