बुधवार को राजधानी दिल्ली में पत्रकारिता से जुड़े रामनाथ गोयनका पुरस्कार वितरण समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पत्रकारिता को लोकतंत्र के महत्वपूर्ण हिस्सा करार देते हुए कहा कि लोकतंत्र को मजबूत करने में पत्रकारिता की भूमिका अहम है.साथ ही उन्होंने विश्वसनीयता को मीडिया के सामने मौजूद सबसे बड़ी चुनौती बताया.
उन्होंने कहा कि पहले निश्चित प्रशिक्षण एवं योग्यता के साथ लोग पत्रकारिता में आते थे लेकिन अब मोबाइल फोन से कोई भी तस्वीर लेकर उसे अपलोड कर सकता है. उन्होंने कहा, ‘‘लोगों के पास अब बहुत सारी खबरें आती हैं. इस संदर्भ में विश्वसनीयता बनाए रखना एक बड़ा मुद्दा है और इस समय की सबसे बड़ी मांग है.
मोदी ने हल्के फुल्के अंदाज में कहा कि जहां मीडिया के पास हर चीज और हर किसी के उपर टिप्पणी करने की पूरी स्वतंत्रता है, वहीं उसे खुद को लेकर दूसरों के रूख पसंद नहीं आते. उन्होंने मीडिया के सामने दो मुद्दे निर्धारित करते हुए कहा कि उन्हें मीडिया द्वारा सरकार की आलोचना से दिक्कत नहीं है लेकिन खबर देने में कोई गलती नहीं होनी चाहिए.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आपके लिए किसी भी तरह का समझौता खबर है और आप अगली खबर की तरफ बढ़ जाते हैं लेकिन इस तरह के समझौते से पीछे गहरे घाव रह जाते हैं. हम भले ही आपसे ज्यादा गलतियां करते हों लेकिन कृपया राष्ट्रीय एकता की ताकतों को मजबूत करें.