केंद्र की मोदी सरकार के पतंजलि के साथ 10 हजार करोड़ का एमओयू हस्ताक्षर कर लेने के बाद आखिर योग गुरु रामदेव के अच्छे दिन आ ही गए.
एएनआइ के मुताबिक केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल की मौजूदगी में विज्ञान भवन में वर्ल्ड फूड इंडिया के दौरान शुक्रवार को संबंधित एमओयू पर हस्ताक्षर हुए.
इस दौरान तंजलि के सीईओ आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि उनकी कपंनी देश को बिजनेस के एक माध्यम के तौर पर नहीं देखती. इसके कारण्ा ही पतंजलि को इतनी सफलता मिली है और लोगों के बीच उसके उत्पाद लोकप्रिय हैं.
हालांकि यह पहला मौका नहीं है जब पतंजलि के साथ भ्ााजपा नेतृत्व वाली सरकार ने इस तरह का समझौता किया हो. इससे पहले हरियाणा की खट्टर सरकार ने मोरनी की पहाड़ियों में औषधीय खेती के लिए पतंजलि योगपीठ के साथ समझौता किया था. इसके तहत 53 एकड़ में वर्ल्ड हर्बल फोरेस्ट स्थापित किया जाएगा.
इसके अलावा महाराष्ट्र की बीजेपी सरकार ने भी नागपुर में पतंजलि आयुर्वेद को 600 एकड़ से ज्यादा जमीन आवंटित की थी. जमीन को सस्ते दामों में दिए जाने को लेकर ये मामला बॉम्बे हाईकोर्ट के समक्ष चल रहा है.