टोक्यो | देश में 500 और 1000 के नोट बंद करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी सीधे जापान की यात्रा के लिए निकल गए. यहं पहुंचकर उन्होंने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे के साथ कई समझौतों पर हस्ताक्षर किये. इनमे परमाणु डील भी शामिल है. जापान में रह रहे भारतीयों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने नोट बंदी का भी जिक्र किया. मोदी ने इस पर चुटकी लेते हुए कहा की जो लोग गंगा में चव्वनी तक नही डालते थे आज उस गंगा में 1000 के नोट तक बहाए जा रहे है.
नरेन्द्र मोदी ने कहा की जब यह फैसला लिया जा रहा था तो मेरी टीम के सभी लोग इस फैसले के फायदे गिना रहे थे लेकिन मैं इस फैसले से होने वाली परेशानी के बारे में सोच रहा था. किसी के घर पर शादी है, किसी के यहाँ कोई बीमार मरीज है, कोई सफ़र कर रहा है, लोगो के पास पैसे नही है , लोग सामान कैसे खरीदेंगे, इन सभी तकलीफों के बारे मुझे इल्म था. लेकिन मेरे देश के लोग इतने महान है की इन सब तकलीफों के बावजूद मेरे फैसले को सफल बनाया.
राहुल गाँधी पर कटाक्ष करते हुए मोदी ने कहा की लोग अपने नोट बदलने के लिए 4 घंटे 6 घंटे लाइन में लगे रहे, इससे उनको तकलीफ भी हुई लेकिन जुबान पर फैसले की तारीफ ही थी. लोगो ने मुंह में ऊँगली डाल डाल कर , बार बार पूछा लेकिन उन्होंने हर बार यही कहा की यह फैसला देश हित में लिए गया है. हिन्दुस्तान में गृहणी पाई पाई जोड़कर , कुछ पैसे जोड़ लेती है. नोट बंदी के बाद उनको डर लगा तो उन्हें बताया गया की आप ढाई लाख रूपए तक अपने अकाउंट में डाल सकते है, कोई आपसे नही पूछेगा की ये कहाँ से आया.
मोदी ने आगे कहा की जिन लोगो ने अपने माँ बाप को वृद्धा आश्रम में छोड़ दिया था वो उन्हें वापिस घर लेकर आ रहे है और उनके अकाउंट में ढाई लाख रूपए जमा कर रहे है. उन माँ का आशीर्वाद मुझे मिल रहा है. मैं आपको यकीन दिलाना चाहता हूँ की ईमानदार लोगो की मैं ढाल बनकर खड़ा रहूँगा लेकिन बईमान लोगो का आजादी से अब तक का सारा हिसाब लिया जाएगा.